यूपी में हुए दलित लड़की के खिलाफ अत्याचार से सारे देश में यूपी पुलिस के खिलाफ आक्रोश भरा हुआ है। यह मामले की कार्यवाही जैसे जैसे आगे बढ़ रही है, रोज़ मामले में कुछ नया खुलासा हो रहा है। लेकिन इस बार केस में विक्रम सिंह जो की इस पूरे कांड के पहले चश्मदीद उन्होंने चौकाने वाला दावा पेश किया है। उनके अनुसार वो घटना के वक्त मौका-ए-वारदात के काफी करीब था।
पीड़ित युवकी विक्रम खेत में ही गंभीर हालत में मिली थी। विक्रम के अनुसार जब 14 सितंबर की सुबह वो अपने खेत में चारा काट रहा था तभी उसने लड़की की चीखने चिल्लाने की आवाज सुनी थी। आवाज सुनकर विक्रम मौके की तरफ भागा था।
विक्रम ने बताया की जब वो मोके पर पहुंचा तो देखा की पीड़ित लड़की का भाई और उसकी की माँ वहीँ खड़ी हुई थी एवं पीड़ित लड़की विक्रम के खेत में ही जमीन पर पड़ी हुई थी। विक्रम के मुताबिक यह सब देख कर वो घबरा गया था।वो भाग कर पास के खेत में गया और लवकुश और उसकी मां को मौके पर चलने के लिए कहा।
विक्रम ने दावा किया की जब वो वापस लौटा तो पीड़िता का भाई मौके से जा चुका था। वहां पर सिर्फ पीड़िता की माँ खड़ी हुई थी और लड़की खेत में ही पड़ी हुई थी। लड़की की मां ने कहा कि मेरे बेटे को घर से बुला लाओ। विक्रम ने दावा किया कि जब वो लड़की के घर गया उसके भाई को बुलाने और बोला ‘कि चलो तुम्हारी बहन की हालत खराब है ‘ तो लड़की के भाई ने जवाब दिया कि “जब 5-6 लोग आ जाएंगे तब मैं आऊंगा”।
विक्रम ने बताया की जब उसने घर आकर सबको लड़की के बारे में बताया फिर गांव में भीड़ जुटी और सब मौका-ए-वारदात की तरफ गए। हालांकि अब इस पूरे मामले की छानबीन सीबीआई कर रही है।