वाराणसी। यूपी में होने वाले चुनाव परिणाम पर न केवल यूपी के लोगों की बल्कि पूरे देश की भी नजर लगी हुई है। योगी एक बार फिर से मुख्यमंत्री बनने का ख्वाब देख रहे है तो कुछ सीटें ऐसी भी जिस पर भाजपा, कांग्रेस के साथ ही सपा की भीप्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। इस प्रतिष्ठा को बचाने के लिए संबंधित राजनीतिक दलों ने प्रयास जरूर किए है लेकिन चुनाव परिणाम क्या रहता है यह अभी भविष्य के गर्त में ही है। क्योंकि वोटरों का मन टटोला नहीं जा सकता है। यहां जिन सीटों का उल्लेख विशेष तौर पर किया जा रहा है उनमें वाराणसी और मल्हानी सीट प्रमुख है बता दें कि वाराणसी पीएम नरेन्द्र मोदी की संसदीय सीट है तथा यहां भाजपा की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है तो वहीं इसी तरह जौनपुर की मल्हानी सीट पर सपा का जोर आजमाईश है। गौरतलब है कि इस सीट से लकी यादव सपा की तरफ से उम्मीदवार है तथा उनकी टक्कर सीधे तौर से जदयू के उम्मीदवार धनंजयसिंह से है।
नेताजी ने भी लगाया जोर
जौनपुर की मल्हानी सीट पर सपा की नजर है और वह इस सीट को किसी भी हालत में जीतना चाहती है। यही कारण था कि इस सीट पर सपा ने मजबूत उम्मीदवार लकी यादव को उतारा है। वैसे सपा को पूरी उम्मीद है कि यहां से यादव ही विजयी हांसिल करेंगे बावजूद इसके धनंजय सिंह भी कम खिलाड़ी नहीं है और वे सीधे तौर से ही यादव को टक्कर दे रहे है। इस क्षेत्र में नेताजी अर्थात मुलायमसिंह भी आकर यादव की जीत के लिए जोर लगा चुके है।
सपा का पैर उखाड़ने के लिए-
इधर मल्हानी सीट से सपा के पैर उखाड़ने के लिए भाजपा ने भी कमर कस रखी थी और इसके चलते ही न केवल पीएम मोदी बल्कि राजनाथ सिंह के साथ ही अमित शाज जैसे भाजपा के कद्दावर नेताओं ने भी यहां सभाएं की थी। बता दें कि इस सीट से भाजपा ने पूर्व सांसद केपी सिंह को उतारा है। इस क्षेत्र में ठाकुर व यादव वोटरों को अहम माना जाता है। सपा व भाजपा दोनों ने ही ठाकुर व यादव वोटों को अपने पक्ष में करने का प्रयास किया है।