उज्जैन। अमृत भारत स्टेशन स्कीम में प्रदेश के 80 रेलवे स्टेशन विश्वस्तरीय बनेंगे। इनमें 10 रेलवे स्टेशन उज्जैन संभाग के भी शामिल हैं। उज्जैन संभाग के जो 10 रेलवे स्टेशन विश्वस्तरीय बनेंगे, उनमें उनमें उज्जैन, नागदा, खाचरौद, देवास, मक्सी, मंदसौर, नीमच, रतलाम, शाजापुर एवं शुजालपुर शामिल हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश राज्य को रेल बजट 2023-24 में 13 हजार 607 करोड़ आवंटन मिलने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और केन्द्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को धन्यवाद दिया है।
उज्जैन सहित सात रेलवे स्टेशन की फिजिबिलिटी स्टडी शुरू
भोपाल, सिंगरौली, खजुराहो, बीना, जबलपुर, सतना और उज्जैन रेलवे स्टेशन का टेक्नो इकानॉमिक्स फिजिबिलिटी अध्ययन शुरू कर दिया गया है। वर्ष 2014 से 971 रेल फ्लाई ओवर और अंडर ब्रिज का निर्माण करवाया गया। वन स्टेशन-वन प्रोडक्ट के स्टॉल 47 रेलवे स्टेशन में खोलने की योजना है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वर्ष 2009 से 2014 के औसत आवंटन 632 करोड़ रूपये से वर्ष 2023-24 का आवंटन 13607 करोड़ रूपये है जो 21.5 गुना अधिक है। इस बजट आवंटन से मध्यप्रदेश राज्य में विभिन्न रेल परियोजनाओं एवं अधो-संरचनात्मक कार्यों के साथ-साथ रेलवे के आधुनिकीकरण को गति मिलेगी। मध्यप्रदेश में वर्तमान में 86 हजार 336 करोड़ रूपये की लागत के 40 रेल प्रोजेक्ट में 6,759 किलोमीटर के कार्य चल रहे हैं।
प्रदेश के 80 रेलवे स्टेशन बनेंगे विश्व-स्तरीय
अमृत भारत स्टेशन स्कीम में मध्यप्रदेश के 80 रेलवे स्टेशन विश्व-स्तरीय स्तर के बनेंगे। इनमें अकोदिया, आमला, अनूपपुर, अशोकनगर, बालाघाट, बानापुरा, बरगवाँ, ब्यौहारी, बेरछा, बैतूल, भिण्ड, भोपाल, बिजुरी, बीना, ब्यावरा-राजगढ़, छिंदवाड़ा, डबरा, दमोह, दतिया, देवास, गाडरवाड़ा, गंजबासौदा, घोड़ाडोंगरी, गुना, ग्वालियर, हरदा, हरपालपुर, होशंगाबाद, इंदौर, इटारसी जंक्शन, जबलपुर, जुन्नारदेव, करेली, कटनी जंक्शन, कटनी मुड़वारा, कटनी साउथ, खाचरौद, खजुराहो, खण्डवा, खिरकिया, लक्ष्मीबाई नगर, मैहर, मक्सी, मण्डला फोर्ट, मंदसौर, एमसीएस छतरपुर, मेघनगर, मुरैना, मुलताई, नागदा, नैनपुर, नरसिंहपुर, नीमच, नेपानगर, ओरछा, पाण्ढुर्णा, पिपरिया, रतलाम, रीवा, रुठियाई, साँची, संत हिरदाराम नगर, सतना, सागर, सीहोर, सिवनी, शहडोल, शाजापुर, शामगढ़, श्योपुरकलां, शिवपुरी, श्रीधाम, शुजालपुर, सीहोरा रोड, सिंगरौली, टीकमगढ़, उज्जैन, उमरिया, विदिशा और विक्रमगढ़ आलोट शामिल हैं।
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उल्लेखनीय है कि 100 करोड़ की लागत से भोपाल में रानी कमलापति स्टेशन का विकास किया जा चुका है। साथ ही ग्वालियर रेलवे स्टेशन के लिये 535 करोड़ रूपये का टेण्डर पारित हो चुका है। इंदौर के लिये 340 करोड़ और खण्डवा रेलवे स्टेशन के लिये 300 करोड़ रूपये के विकास कार्यों का टेण्डर प्रक्रियाधीन है।