इंदौर कमिश्नरेट में लोगों से छलकपट कर अवैध लाभ अर्जित करते हुये आर्थिक ठगी करने वाले की पहचान कर विधिसंगत कार्यवाही करते हुये उनकी धरपकड़ करने हेतु प्रभावी कार्यवाही के निर्देश वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा दिए गए हैं। उक्त निर्देशों के अनुक्रम में ऑनलाइन ठगी की शिकायतों में क्राइम ब्रांच इंदौर की फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन टीमों को लगाया गया है ।
इसी कड़ी में क्राइम ब्रांच इंदौर पुलिस द्वारा संचालित cyber helpline, citizen cop, NCRP पोर्टल आदि विभिन्न माध्यमों से प्राप्त ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायतों पर क्राइम ब्रांच इंदौर की फ्रॉड इन्वेस्टिगेशन सेल द्वारा आवेदकों से फ्रॉड की सम्पूर्ण जानकारी लेकर त्वरित कार्यवाही कर आवेदकों के पैसे ठग से वापस कराने का कार्य निरंतर कर रही है।
क्राइम ब्रांच टीम द्वारा ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायतों में वर्ष 2021 में 01 करोड़ 37 लाख रुपए आवेदकों को वापस कराए गए थे, जबकि पुलिस कमिश्नरेट लागू होने के बाद वर्ष 2022 में 03 करोड 92 लाख रुपए रिफंड कराए, जो बढकर वर्ष 2023 में यह रिफंड राशि 4 करोड़ 32 लाख रुपए आवेदकों के खाते में सकुशल वापस कराए गए थे।
इसी अनुक्रम में वर्ष 2024 (जनवरी से जून) के शुरू के केवल 06 माह में आवेदकों के 04 करोड़ 09 लाख से अधिक राशि सकुशल वापस कराई गई एवं आवेदकों को ऑनलाइन फ्रॉड से बचाव के लिए साइबर पाठशाला जैसे अभियान के माध्यम से लाखों लोगों को जागरूक किया गया,और ये अभियान निरंतर जारी है।
आमजन को सूचित किया जाता है आपके साथ किसी भी प्रकार की ऑनलाइन की धोखा–धडी होने पर तत्काल क्राइम ब्रांच इंदौर पुलिस द्वारा संचालित सायबर हेल्पलाइन नं. 704912-4445, 1930/NCRP पोर्टल, आदि माध्यमों से शिकायत करे।