भोपाल: बिना विधायक रहे कोई भी नेता सिर्फ 6 महीने तक ही मंत्री रह सकता है। विधायकी से इस्तीफा देने के बाद भाजपा सरकार बनी तो शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री बनने के बाद तुलसीराम सिलावट और गोविंद राजपूत को मंत्री बना दिया था। यह दोनों मंत्री कांग्रेस से भाजपा में आए ज्योति सिंधिया के खास समर्थक हैं। इन दोनों को भी कांग्रेसी छोड़कर भाजपा में आने का इनाम मिला था। दोनों उप चुनाव लड़ रहे हैं उसके बाद यदि दोनों चुनाव जीत जाते हैं तो दोनों का ही मंत्री बनना फिर से तय है।