मांगलिया स्टेशन पर ट्रैफिक डायवर्जन से बदलेंगे लाखों वाहनों के रास्ते, वाहन चालकों को अपनाना होगा यह वैकल्पिक रुट

मांगलिया स्टेशन के पास फाटक नंबर 45 को बंद कर रोड ओवर ब्रिज निर्माण के लिए सड़क बंद की जाएगी, जिसके कारण यातायात को वैकल्पिक मार्गों से डायवर्ट किया जाएगा। इस संदर्भ में जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट की अध्यक्षता में कई विभागों और अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई।

Abhishek Singh
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पश्चिम रेलवे के रतलाम मंडल में मांगलिया स्टेशन के पास स्थित फाटक नंबर 45 को बंद कर वहां रोड ओवर ब्रिज (आरओबी) का निर्माण कार्य शुरू किया जा रहा है। इसके चलते सड़क को बंद कर यातायात को वैकल्पिक मार्गों से डायवर्ट करने का प्रस्ताव है। इस विषय पर प्रदेश के जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने आज रेसीडेंसी कोठी में एक अहम बैठक आयोजित की। इस बैठक में लोक निर्माण विभाग, रेलवे, नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया, बीपीसीएल, पुलिस विभाग, निर्माण एजेंसी के वरिष्ठ अधिकारी और स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद थे।

यातायात सुविधा के लिए होर्डिंग और साइन बोर्ड लगाने के निर्देश

बैठक में मंत्री सिलावट ने स्पष्ट किया कि हतुनिया, सांवेर बायपास, मांगलिया और शिप्रा समेत अन्य प्रमुख स्थानों पर पर्याप्त संख्या में साइन बोर्ड, फ्लेक्स और होर्डिंग लगाए जाएं ताकि जनता को मरम्मत और ट्रैफिक डायवर्शन की जानकारी सही समय पर मिल सके। उन्होंने जोर दिया कि ये सभी कार्य नागरिकों की सुविधा के लिए हैं, इसलिए जनजागरूकता अत्यंत आवश्यक है। संबंधित विभागों को निर्देश दिया गया है कि सूचना को स्पष्ट, दृष्टिगोचर और प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया जाए।

यह होगा वैकल्पिक रूप

रोड डायवर्जन के अंतर्गत लोक निर्माण विभाग ने तराना से मांगलिया होते हुए व्यासखेड़ी तक की सड़क को ग्राम हतुनिया से मांगलिया तक बंद करने का निर्णय लिया है। वैकल्पिक मार्ग के रूप में मांगलिया से एनएच-52 होते हुए शिप्रा (बूढ़ी-बरलाई) मार्ग से होकर हतुनिया से सांवेर तक का रास्ता तय किया गया है। वहीं, ज्वलनशील पदार्थ ले जाने वाले एचपीसीएल, आइओसीएल और बीपीसीएल के ट्रकों के लिए वैकल्पिक मार्ग मांगलिया से एनएच-52 होकर शिप्रा (देवास) मार्ग से एनएच-752डी (शिप्रा-उज्जैन बायपास रोड) तक निर्धारित किया गया है।

ट्रैफिक प्रबंधन को बेहतर इंतजाम सुनिश्चित करने के आदेश

मंत्री सिलावट ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि जिन मार्गों से यातायात डायवर्ट किया जाएगा, उनका भौतिक सर्वेक्षण कर संभावित समस्याओं का विस्तार से समाधान सुनिश्चित किया जाए। डायवर्ट किए जाने वाले मार्गों पर सड़क की गुणवत्ता बेहतर करने के लिए गड्ढों की मरम्मत और पेचवर्क किया जाए ताकि यातायात सुगम हो सके। साथ ही, डायवर्जन के स्थानों पर स्टॉपर्स, बैरिकेडिंग और आवश्यक सुरक्षा उपाय लगाए जाएं ताकि जनता की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। सिलावट ने खासतौर पर कहा कि वैकल्पिक मार्गों पर किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसका पूरी तरह ध्यान रखा जाए।