इंदौर। हर सोचने समझने वाले व्यक्ति के मन में भाव आते हैं लेकिन वह अभिव्यक्त नहीं हो पाते। यदि भाषा पर हमारी पकड़ होगी तो हमारे शब्द कागज पर उतर जाएंगे, भाषा को समृद्ध करने के लिए विद्यार्थियों को खूब पढ़ना चाहिए। यह बात ज्योति जैन ने सिका (SICA) कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम आर्ट ऑफ राइटिंग (लेखन कला) में कही।
प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के इंडक्शन कार्यक्रम के तहत यह व्याख्यान आयोजित किया गया। उन्होंने कहा कि रोज पढ़ने और लिखने से आप अपने विचारों को कल्पना शक्ति के साथ जोड़कर कागज पर उतार सकते हैं। आप किताबे, अखबार पढ़कर लिखना सीख सकते हैं। घूमना फिरना और अवलोकन करने से भी लेखन क्षमता में निखार आता है।
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कार्यक्रम में मैनेजिंग ट्रस्टी डॉ विजयलक्ष्मी आयंगर ने कहा कि इंडक्शन कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को सभी विषयों की जानकारी देना और विद्यार्थियों की छिपी प्रतिभा को सामने लाना है। इस मंच का लाभ उठाकर विद्यार्थी अपनी प्रतिभा को सामने ला सकते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे न सिर्फ किताबों तक ही सीमित रहें बल्कि किताबों के दायरे से बाहर आकर भी जिंदगी को देखें। कार्यक्रम में ज्योति जैन को प्राचार्य तरनजीत सूद ने स्मृति चिन्ह प्रदान किया। कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर अपर्णा सिंह ने किया। कार्यक्रम से पहले बच्चों के लिए साहित्य व फिल्म पर आधारित क्विज का आयोजन किया गया, जिसका संचालन प्रो. जितेंद्र चौधरी ने आभार प्रेषित प्रो. अभय नेमा ने किया। कार्यक्रम में कॉलेज की समस्त फैकल्टी उपस्थित रही।