स्लिम समुदाय का सबसे पवित्र त्यौहार माना जाने वाला रमजान का पाक महीना जल्दी ही शुरू होने वाला है। रमदान के इस महीने को बरकतों का महीना माना जाता है। इसका काफी ज्यादा महत्व माना गया है। मुस्लिम समाज में इसकी बहुत अहमियत है। बता दे, रमजान के महीने में 29 या 30 दिन के रोजे रखे जाते हैं और इबादत भी की जाती है।
रमजान में लोग सुबह सूरज निकलने से पहले उठते हैं और सेहरी करते हैं और शाम को सूरज ढलने के बाद इफ्तार करके रोजा खोलते हैं। साथ ही रमदान में सेहरीऔर इफ्तार दोनों बहुत अहमियत रखते है। ऐसे में सबसे पहले सुबह सेहरी का समय फज्र की अजान से पहले तक रहता है। इसके बाद लोग नमाज पढ़ते हैं और कुरान शरीफ पढ़ते हैं।
बता दे, आज से रोजे रखे जाएंगे। क्योंकि रमजान का महीना शुरू हो चुका है। लेकिन क्या आप जानते है दुनिया के अलग-अलग देशों में सुबह होने और दिन ढलने के हिसाब से सहरी और इफ्तार का समय तय होता है। ऐसे में इस बार सबसे लम्बा रोजा नॉर्वे के लॉन्गेयरबेन में होगा। यहां पर रोजाना 21 घंटे से ज्यादा का रोजा होगा। इसके अलावा बताया जा रहा है कि भारत में इस साल रोजे का समय 14-15 घंटे का है। वहीं सबसे छोटा रोजा अर्जेंटीना के शहर युशुआ में महज 10-11 घंटे का होगा।
भारत में पहले रोजे का समय –
बता दे, भारत में पहला रोजा 14 घंटा 8 मिनट की अवधि का है। इस पाक महीने का सबसे छोटा रोजा बताया जा रहा है। साथ ही आखिरी रोजा 14 घंटा 52 मिनट का होगा और ये सबसे बड़ा रोजा माना जा रहा है। 14 अप्रैल को सहरी का समय 4:13 बजे तो इफ्तार का समय शाम 6: 21 बजे है।