उदयपुर (Udaipur) में दिनदहाड़े बेरहमी से हुए टेलर कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद से ही देशभर में कटटरपंथ को लेकर भीषण आक्रोश देखने को मिल रहा है। मजहब के नाम पर ऐसी बर्बरता देश के अमन पसंद नागरिकों को बिलकुल भी सहन नहीं हो पा रही है, सभी के द्वारा इस तरह की बर्बरता की घोर निंदा की जा रही है। टेलर कन्हैयालाल की हत्या के बाद से ही वर्ष 2019 में हुए कमलेश तिवारी हत्याकाण्ड की यादें भी ताजा हो गई हैं।
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लखनऊ में हुई थी कमलेश तिवारी की इसी बर्बरता से हत्या
उदयपुर के टेलर कन्हैयालाल की हत्या ने एक बार फिर 18 अक्टूबर 2019 को लखनऊ में हुई हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की बेरहमी से हुई हत्या की याद दिला दी है। कमलेश तिवारी द्वारा भी पैगंबर मोहम्मद पर कुछ टिप्पणी की गई थी , जोकि मुस्लिम समुदाय के कटटरपंथियों को रास नहीं आई और उनके द्वारा कमलेश तिवारी की हत्या उनके ही कार्यालय में घुसकर कर दी गई थी ।
कमलेश तिवारी की पत्नी ने बताया , अभी तक नहीं पकड़ाया मुख्य आरोपी
कमलेश तिवारी की पत्नी किरण तिवारी ने बताया अली घटना को तीन साल हो चुके हैं। जहां मुख्य आरोपी तनवीर अभी तक गिरफ्त में नहीं आया है ,वहीं गिरफ्तार हुए 13 लोगों में से 5 जमानत पर छूट चुके हैं। उन्होंने अपनी और अपने परिवार जनों की जान को खतरा होने की बात कहीं है और साथ ही पुलिस द्वारा उनकी सुरक्षा हेतु कुछ नहीं करने और उनकी जान जोखिम में डालने के आरोप लगाए हैं।