IPL 2025 के मेगा ऑक्शन का आयोजन 24 और 25 नवंबर को सऊदी अरब के जेद्दा में हुआ। नीलामी में सभी 10 टीमों ने 182 खिलाड़ियों पर 639 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए। हालांकि, कई खिलाड़ी नीलामी में नहीं बिक सके। ऐसे खिलाड़ी अगले सीजन में केवल इंजर्ड खिलाड़ियों की जगह ले सकते हैं। लेकिन एक युवा खिलाड़ी ने अपने व्यवहार से इस संभावना को भी बंद कर दिया है।
कौन है यह खिलाड़ी और क्यों बना चर्चा का विषय?
ऑस्ट्रेलिया के 19 वर्षीय बल्लेबाज सैम कोंस्टास ने मेलबर्न टेस्ट में अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की। उन्होंने जसप्रीत बुमराह जैसे अनुभवी गेंदबाज पर आक्रामक खेल दिखाया। इस प्रदर्शन के बाद यह उम्मीद जताई जा रही थी कि यदि किसी टीम को जरूरत पड़ी तो उन्हें IPL 2025 में शामिल किया जा सकता है। लेकिन अब उनके लिए IPL के दरवाजे बंद होते दिख रहे हैं।
संभावित एंट्री न मिलने की वजह
सैम कोंस्टास का IPL में जगह न बना पाने का मुख्य कारण उनका व्यवहार है। भले ही वे एक बेहतरीन बल्लेबाज हैं, लेकिन उनमें सीनियर्स का सम्मान करने का गुण नहीं है। जसप्रीत बुमराह की नकल उतारकर उनका मजाक उड़ाना उनकी नकारात्मक छवि को और मजबूत करता है। IPL जैसी लीग में खिलाड़ियों के व्यवहार का काफी महत्व होता है, और कोंस्टास का यह रवैया उनके करियर के लिए सही नहीं है।
ऑस्ट्रेलियन खिलाड़ियों से सीखने की जरूरत
हालांकि, ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी पहले अपने खराब व्यवहार के लिए जाने जाते थे, लेकिन IPL ने उनके रवैये को बदलने में बड़ी भूमिका निभाई है। आज रिकी पोंटिंग जैसे दिग्गज भारतीय और युवा खिलाड़ियों की खुलकर तारीफ करते हैं। कोंस्टास को भी पोंटिंग जैसे सीनियर्स से सीख लेनी चाहिए और अपने खेल के साथ-साथ अपने व्यवहार पर भी ध्यान देना चाहिए।