नाभा जेल ब्रेक केस के प्रमुख आरोपी रमनजीत सिंह रोमी को भारत लाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। हांगकांग से उसकी प्रत्यर्पण की मंजूरी मिल गई है, और अब पंजाब पुलिस की टीम उसे दिल्ली लेकर आ रही है। यह जानकारी मिली है कि रोमी को आज शाम 4 बजे भारत लाया जाएगा। इस प्रत्यर्पण को पंजाब पुलिस की एक बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है, खासकर तब जब यह जेल से भागने वाले अपराधियों के खिलाफ एक महत्वपूर्ण कदम है।
पंजाब पुलिस की प्रमुख उपलब्धि:
रमनजीत सिंह रोमी का भारत लाया जाना पंजाब पुलिस की बड़ी कामयाबी है। एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) के एआईजी गुरमीत सिंह चौहान ने पुष्टि की है कि रोमी को भारत लाया जाएगा। इस प्रत्यर्पण के साथ, पंजाब पुलिस को नाभा जेल ब्रेक केस की जांच और आरोपियों की गिरफ्तारी में महत्वपूर्ण सहायता मिल रही है।
नाभा जेल ब्रेक की घटना:
नाभा जेल ब्रेक की घटना में गैंगस्टर गुरप्रीत सिंह सेखों के संपर्क में रहने वाले अपराधी शामिल थे। 2016 में, कुछ गैंगस्टर पुलिस की वर्दी पहनकर नाभा जेल में दाखिल हुए। उन्होंने सुरक्षाकर्मियों को बताया कि वे जेल में बंद एक कैदी को छुड़ाने आए हैं। पुलिस की वर्दी का लाभ उठाकर, वे 6 कैदियों को भागने में सफल हो गए। यह पूरी घटना रमनजीत सिंह रोमी के मास्टरमाइंडिंग का परिणाम थी।
रोमी की आपराधिक गतिविधियाँ:
रमनजीत सिंह रोमी इस जेल ब्रेक घटना का मुख्य योजनाकार था। उसने इस योजना को अंजाम देने के लिए आरोपियों को पैसे और अन्य संसाधन उपलब्ध कराए। इसके अतिरिक्त, वह 2016-2017 के दौरान जालंधर और लुधियाना में हुई हत्याओं में भी शामिल था। उसकी गिरफ्तारी से संबंधित केस की तहकीकात अब और तेजी से की जाएगी।
इस प्रत्यर्पण के साथ, पंजाब पुलिस को उम्मीद है कि जेल ब्रेक के आरोपी और अन्य अपराधियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई को और मजबूत किया जा सकेगा।