चक्रवात बिपरजॉय गुजरात के कच्छ जिले में जखौ बंदरगाह के नजदीक पहुंच चुका हैं और तट से टकराने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। इसकी रफ्तार 140 किमी प्रति घंटा तक जा सकती है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के हिसाब से चक्रवात के टकराने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। चक्रवात के खतरे को देखते हुए एजेंसियों को अलर्ट पर रख रखा गया है। विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा, घने संवहनी बादलों के कच्छ और देवभूमि द्वारका जिलों में प्रवेश के बाद चक्रवात के टकराने की प्रक्रिया शुरू हुई। यह मध्यरात्रि तक पूरी होगी।
मौसम विभाग के हिसाब से देखा जाए तो चक्रवात की वजह से भारी बारिश होने की संभावना है और खगोलीय ज्वार पैदा होने की वजह से लहरें दो-तीन मीटर तक ऊंची उठ सकती है। चक्रवात की वजह से गुजरात के कच्छ, द्वारका, पोरबंदर, जामनगर और मोरबी जिलों में बाढ़ आने की भी संभावना जताई जा रही है। सावधानीपूर्वक इन जिलों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना और बीएसएफ के जवानों को अलर्ट पर रखा गया है, भारी बारिश और बाढ़ की संभावना को देखते हुए 8 जिलों से करीब 1 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, एनडीआरएफ की 15 टीमें, एसडीआरएफ की 12 टीमें राहत एवं बचाव कार्यो के लिए तैनात कर दी गई है।
इन राज्यों में दिखेगा इसका असर, बारिश की संभावना
आपको बता दें, अगले 4 दिनों तक चक्रवात के कारण गुजरात, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और यूपी में बारिश का दौर जारी रहेगा। हालांकि दिल्ली में इस चक्रवात के असर की उम्मीद कम बताई जा रही है। लेकिन राजधानी में बारिश की संभावना लगातार बनी हुई है। मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवाती हवाओं की वजह से दिल्ली में अगले 4 दिनों तक लगातार बारिश का दौर जारी रह सकता है।बिपरजॉय चक्रवात की वजह से मध्यप्रदेश में बिजली गिरने की भी संभावना जताई जा रही है। वहीं पंजाब, राजस्थान और हरियाणा में तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है।