हर महीने रक्त चढ़वाने चार से पाँच घंटे थैलसीमीआ पीड़ित बालक डे care सेंटर में भर्ती रहते है , हमारी संस्था थैलसीमीआ एंड चाइल्ड वेल्फ़ेर ग्रूप नियमित वहाँ कार्य करती है हमने देखा कि सभी बच्चे लगातार मोबाइल पर गेम खेलते रहते है जिस से उनकी आँखो पर ग़लत प्रभाव होता है इसी बात से प्रेरित होकर संस्था ने सोचा की इनके लिए अगर लायब्रे री बनाकर इनको किताबें पढ़ने के लिए प्रेरित किया जाए तो अच्छा रहेगा .
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डॉक्टर प्रीति मालपानी के सहयोग से ग्रूप ने यहाँ लायबेरी बनाईं जिसमें 350 किताबें रखी गई है कहानी की जेनरल नॉलेज की महा पुरुषों की जीवनी की रंगीन चित्रमयी कहानी की आदि बुक्स रखी है , वार्ड के अरविंद और दिलीप जब बच्चे खून चढ़ाने भर्ती होते है तो उनको बुक देते है जब वापस जाते है तो उसको अलमारी में रख देते है ग्रूप की प्रेसिडेंट डॉक्टर रजनी भंडारी ने बताया की ये डे care centre चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय में है सभी हॉस्पिटल के डाक्टर्ज़ ने इस प्रयास की बहुत प्रशंसा की