विश्व प्रसिद्ध मंदिर के प्रसाद में मिलावट की पुष्टि हो गई है। टीडीपी ने पिछली वाईएसआरसीपी सरकार को लेकर दावे किए थे। आरोप लगाया था कि प्रसाद को बनाने में जो घी इस्तेमाल किया जा रहा है, उसमें पशु वसा है। उसमे गोमांस और मछली का तेल भी मिलाया जा रहा है। इसको लेकर अब एक रिपोर्ट सामने आई है।
तिरुपति वेंकेटेश्वर मंदिर के प्रसाद में जानवरों की चर्बी मिलाए जाने की पुष्टि हो गई है। एक रिपोर्ट सामने आई है। जिसके बाद आंध्र प्रदेश की सत्तारूढ़ पार्टी तेलुगु देशम (TDP) ने दावा किया है। टीडीपी ने गुरुवार को कहा की लड्डू बनाने में घटिया सामग्री और जानवरों की चर्बी का उपयोग किया गया था। टीडीपी ने कहा कि गुजरात स्थित पशुधन प्रयोगशाला ने मिलावट की पुष्टि कर दी है। प्रसाद के तौर पर तिरुपति के वेंकेटेश्वर मंदिर में जो लड्डू वितरित किया जाता है, उसको बनाने में गोमांस की चर्बी, ताड़ और मछली के तेल का इस्तेमाल किया गया है।
मीडियो को ये रिपोर्ट टीडीपी प्रवक्ता अनम वेंकट रमण रेड्डी ने दिखाई है। घी के नमूनों को लेकर जिसमें चौंकाने वाले दावे किए गए हैं। कथित प्रयोगशाला की रिपोर्ट में ‘लार्ड’ (सूअर की चर्बी) का जिक्र भी किया गया है। लड्डू को बनाने में इसका इस्तेमाल किया गया है। जो सैंपल कलेक्ट किए गए थे, उसमें 9 जुलाई 2024 का हवाला दिया गया है। वहीं, रिपोर्ट 16 जुलाई की बताई जा रही है।