Indore Article
बर्बादी की कगार पर खड़े हेल्थ सिस्टम का पोस्टमार्टम कौन करेगा ?
× अर्जुन राठौर पीसी सेठी अस्पताल में 11 अप्रैल को गर्भवती महिला के साथ जो दर्दनाक हादसा हुआ है वह साबित करता है कि हमारा हेल्थ सिस्टम पूरी तरह से
बावड़ी को तो शापित कह दिया हत्यारे कब बेनकाब होंगे?
× अर्जुन राठौर बावड़ी को तो शापित कहना बहुत आसान है क्योंकि बावड़ी अपने शापित होने के आरोप का खंडन भी नहीं कर सकती वह तो जल का एक स्रोत
कलेक्टर मनीष सिंह के कार्यकाल को याद रखेगा पूरा शहर, चुनाव से पहले मेट्रो चलाना सबसे बड़ी चुनोती
× विपिन नीमा इंदौर। कलेक्टर मनीष सिंह की दबंग कार्यशैली को पूरा शहर याद रखेगा। अपने पूरे कार्यकाल के दौरान उन्होंने हर चुनोतियों का डटकर सामना किया । कोविड से
पूरे देश में इंदौर का सिर शर्म से झुका, नही चाहिए ऐसी नाईट लाइफ-नाईट कल्चर
× नितिनमोहन शर्मा सोचिए जरा। पलभर के लिए कि जब देश ने वो दृश्य देखा होगा जिसमें चलती कार में चीखती युवती, अधनंगे बदन के साथ जैसे तैसे जान छुड़ाकर
स्थिति संभालने के लिए चोट खाने की घटना – आनंद शर्मा
× इसमें कोई शक नहीं कि अमन चैन अनमोल होता है , क्योंकि जब ये बिगड़ता है तभी इसका मूल्य समझ आता है। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को इसलिए
भाजपा की मांडू चिंतन बैठक में और कसाया आरएसएस का शिकंजा
× नितिनमोहन शर्मा सौन्दर्य की नदी नर्मदा ओर उसकी प्रेयसी रानी रूपमती के मांडू में भाजपा ने 3 दिन अपनी मातृ संस्था आरएसएस के विचार की घुटी गटकी। सरकार और
घना जंगल, चुनिंदा नेता, सत्त्ता ओर संगठन का चिंतन मन्थन, बदलाव का नवनीत आएगा बाहर
× नितिनमोहन शर्मा घना-घनघोर जंगल। चुनिदा नेता। सत्ता और संगठन का साथ। चिंतन मन्थन। मोबाईल भी बाहर। सब कार्यक्रम भी निरस्त। 10 घन्टे एक जैसे, एक साथ, एक जाजम। सरकार
नवरात्रि पर्व के उल्लास में झलके इंदौर की संस्कृति, सभ्यता, शालीनता और स्वच्छता
× मित्रों…शक्तिस्वरूपा माँ जगदम्बा जी के आशीर्वाद से सम्पूर्ण शहर माँ दुर्गा जी की भक्ति में डूब रहा है…रहवासी संघों के छोटे से पंडालो से लेकर बड़े-बड़े गरबा स्थलों पर
इस यात्रा की सफलता के लिए प्रार्थनाएँ कीं जानी चाहिए !
× श्रवण गर्ग दुनिया के प्रजातांत्रिक मुल्कों का ध्यान इस समय भारत की कथित आर्थिक तरक़्क़ी पर नहीं बल्कि इस बात पर है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मई 2014
पुरखों की विरासत और हम खुदगर्ज लोग
× जयराम शुक्ल पितरपक्ष समापन की बेला में है। इसके बाद मातृपक्ष शुरू होगा, यानी कि नौदुर्गा। पंद्रह दिन का पितृपक्ष, शरद और चैती नौदुर्गा को मिलाकर अठारह दिन का
जीवन का खेल अंतिम सांस तक खेलना है
× राजकुमार जैन ईश्वर के वरदान स्वरूप मिले इस जीवन के खेल को खेलते समय हमें अक्सर यह मलाल रहता है कि हमारी किस्मत अच्छी नहीं है और हमारे हाथ
ताईं का सपना साकार, अवधेशानंदजी का मिला साथ
× नितिनमोहन शर्मा पूर्व लोकसभा स्पीकर, शहर की 8 बार की सांसद और हम सबकी ताईं सुमित्रा महाजन का एक स्वप्न साकार हो गया। शहर को ताई की अगुवाई में
गौमाता की दुर्दशा Part 2 : हमारी गाय के लिए 20 रुपए नही, राजस्थान को 50 रु. दे रही सरकार
× नितिनमोहन शर्मा एमपी अजब है-गजब है। अब ये बात गौमाता के मामले में सामने आई है। गाय के नाम पर सत्ता में आने वाली भाजपा की शिवराज सरकार के
रविवारीय गपशप : हिंदुस्तान के अनेक प्रांतों में बोली जाने वाली हिंदी भाषा के प्रेम की आसक्ति कैसी होती है – आनंद शर्मा
× इसमें कोई शक नहीं कि हिंदी का कोष अत्यंत उदार व सहिष्णु है , हिंदुस्तान के अनेक प्रांतों में बोली जाने वाली बोलियों में सहज प्रवाह मान इस भाषा
चीतों की चिंता – गौमाता बेहाल
× नितिनमोहन शर्मा गाय के नाम पर राजनीति का “ठेका” तो भाजपा के पास है लेकिन उसकी चिंता…चीतों को लेकर है। गाय के नाम पर जनमानस को उद्वेलित करने वाली
स्वस्थ शैली से तय होगी उन्नत जीवन की राह
× प्रवीण कक्कड़ मनुष्य के विकास में उसकी जीवनशैली का बहुत बड़ा योगदान होता है। यह जीवनशैली उसके व्यक्तित्व को दर्शाती है जिसका स्वस्थ होना बहुत आवश्यक है। इसमें उसकी
रेसकोर्स रोड से बिदाई होने के बाद अब रेसीडेंसी पहुंचा महापौर सचिवालय
× विपिन नीमा इंदौर के 24 वे महापौर पुष्यमित्र भार्गव इसी सप्ताह नए सरकारी बंगले में शिफ्ट होने जा रहे है। लोक निर्माण विभाग ने इस सरकारी बंगले को नया
राष्ट्रीय शोक में ब्रिज का भूमिपूजन निरस्त किया, कार्यकर्ता की ह्रदय विदारक मौत पर मातम की जगह कार्यक्रम
× नितिनमोहन शर्मा देश जिनकी दासता में 200 बरस रहा, उस महारानी एलिजाबेथ के निधन पर मध्यप्रदेश सरकार इंदौर के एक ब्रिज का भूमिपूजन ये कहकर निरस्त कर देती है
भांजे मत बहस कर, ये नहीं समझेंगे
× आदिल सईद उमेश मामाजी की अपनी राजनीतिक प्रतिबद्धता थी लेकिन उनकी समझ बहुत विस्तृत थी, वे न सिर्फ भारत के इतिहास-भूगोल को समझते थे, बल्कि सांझी सांस्कृतिक विरासत की
देखो, मैंने एक सपना देखा
× अतुल मलिकराम आज सुबह जब नींद खुली, तो कुछ मिनटों तक दहशत में रहा, पसीने से तर-बतर हो चुका था। आतंकवाद की दहशत मानो सपने से हकीकत का रूप