भोपाल : उपचुनाव से पहले नेताओ के दल बदलने का सिलसिला लगातार जारी है. हाल ही में जो नेताओं की दल बदली हुई है, वह कांग्रेस के लिए दोहरा झटका है. दो दिग्गज कांग्रेसियों ने उपचुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है. शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास में सीएम शिवराज सिंह चौहान की मौजूदगी में एक ओर जहां विंध्य अंचल के बड़े कांग्रेसी नेता श्रीकांत चतुर्वेदी (2018 मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में मैहर सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे) ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा तो वहीं दूसरी ओर एक और बड़े कांग्रेसी नेता सत्येंद्र सिंह तोमर (मुरैना से कांग्रेस नेता और दिमनी विधानसभा सीट से कांग्रेस के प्रबल दावेदार माने जाने वाले) ने भी कांग्रेस पार्टी को दोहरा झटका देते हुए शिवराज और सिंधिया की मौजूदगी में सीएम हाउस में कांग्रेस छोड़ भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली.
2018 में मामूली अंतर से हारे थे श्रीकांत…
श्रीकांत चतुर्वेदी का विंध्य अंचल में काफी दबदबा है. वे कांग्रेस के बड़े नेताओं में शुमार किए जाते हैं, हालांकि अब वे भाजपा नेता के रूप में पहचाने जाएंगे. 2018 के मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने श्रीकांत को मैहर सीट से प्रत्याशी बनाया था, जबकि भाजपा की ओर से उनके सामने नारायण त्रिपाठी थे. नारायण त्रिपाठी को जहां 54877 वोट मिले थे, तो वहीं चतुर्वेदी 51893 वोट पाने में कामयबा रहे थे. इस तरह उन्हें मामूली अंतर से हार का सामना करना पड़ा था.
उपचुनाव के लिए कांग्रेस बिगाड़ रही कांग्रेस का खेल…
भाजपा के राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा भारतीय जनता पार्टी का दामन थामने के बाद से कांग्रेस को एक के बाद एक बड़े झटके लग रहे हैं. यह सिलसिला अब भी जारी है. उपचुनाव की डगर कांग्रेस के लिए कतई भी आसान नहीं नजऱ आ रही है. वहीं भारतीय जनता पार्टी उपचुनाव के लिए अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटी हुई है. बता दें कि प्रदेश में नवंबर महा में 28 सीटों के लिए उपचुनाव आयोजित हो सकते हैं. चुनाव आयोग द्वारा 29 सितंबर को चुनाव की तारीख़ों का ऐलान किया जाएगा.