अगर इस खिलाड़ी ने चैंपियंस ट्रॉफी में नहीं बिखेरा जलवा, तो करियर हो सकता है समाप्त, फिर कभी नहीं होगी वापसी

मोहम्मद शमी के लिए 2025 की आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी एक महत्वपूर्ण अवसर है। चोट से उबरकर वापसी करने वाले शमी को अब निरंतरता की कमी के चलते टीम से बाहर होने का खतरा है। अगर वह प्रदर्शन में निखार नहीं लाते, तो यह उनके करियर का आखिरी मौका हो सकता है।

भारतीय क्रिकेट टीम में इस समय कई सीनियर खिलाड़ी हैं, जिनके लिए 2025 की आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी एक महत्वपूर्ण अवसर साबित हो सकता है। यह उनके करियर के लिए एक अहम् मोड़ है, क्योंकि अगर वे अच्छा प्रदर्शन नहीं करते हैं, तो उन्हें टीम से बाहर कर दिया जाएगा।

इस संदर्भ में एक ऐसा खिलाड़ी है, जो अगर चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में प्रभावी प्रदर्शन नहीं करता, तो उसे टीम से बाहर किया जा सकता है। साथ ही, वह संन्यास का ऐलान भी कर सकता है। हम जिस खिलाड़ी की बात कर रहे हैं, वह हैं भारत के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी।

क्या चैंपियंस ट्रॉफी में कमाल कर पाएंगे शमी?

शमी ने हाल ही में चोट से उबरकर टीम में वापसी की हैं। लेकिन उनके प्रदर्शन में निरंतरता की कमी देखी जा रही है। वह अब 34 वर्ष के हो चुके हैं और ऐसे में अगर वह चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में अपनी गेंदबाजी से असर नहीं छोड़ पाते, तो उन्हें टीम से बाहर किया जा सकता है।

शमी ने अपने करियर में लिए हैं 800 से अधिक विकेट

अगर इस खिलाड़ी ने चैंपियंस ट्रॉफी में नहीं बिखेरा जलवा, तो करियर हो सकता है समाप्त, फिर कभी नहीं होगी वापसी

मोहम्मद शमी ने अब तक 103 वनडे मैचों में 197 विकेट चटकाए हैं और उनका औसत 5.57 की इकॉनमी दर से रहा है। शमी ने अपने करियर में 800 से अधिक विकेट लिए हैं, जिसमें टेस्ट क्रिकेट में 229, वनडे में 197 और टी20 में 27 विकेट शामिल हैं। उनके करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि 2023 वर्ल्ड कप में एक मैच में 57 रन देकर 7 विकेट लेने की रही है।