भोपाल: प्रदेश की शिवराज सरकार ने अतिथि विद्वानों की मांग को स्वीकार करते हुए वेतन बढ़ोतरी करने की घोषणा की है। इस समाचार को सुनकार अतिथि विद्वानों में खुशी की लहर है। तकनीकी शिक्षा से संबंधित अतिथि विद्वानों द्वारा विगम 15 वर्षों से वेतन बढ़ोतरी करने की मांग की जा रही थी लेकिल मांग पूरी नहीं होने से इन अतिथि विद्वानों में सरकार के प्रति रोष था। अंततः मांग पूरी की गई है और अब इससे प्रदेश के अतिथि विद्वानों को लाभ मिलेगा।
वेतन वृद्धि और नियमितीकरण को लेकर लगातार अतिथि विद्वानों द्वारा प्रदेश में धरना प्रदर्शन भी किया गया था। कैबिनेट की बैठक में तकनीकी शिक्षा से संबंधित मानदेय बढ़ाया गया है। जिसके बाद अतिथि विद्वानों के अधिकतम वेतन में 8000 रूपए की बढ़ोतरी की गई है। अतिथि विद्वानों को अधिकतम वेतन प्रतिमाह 30 हजार रूपए प्रदान किया जाएगा। इससे पहले वर्तमान में अतिथि विद्वानों का अधिकतम वेतन 22 हजार रूपए है।