ज्येष्ठ माह का बुढ़वा मंगल कब है, जानें तिथि और हनुमान जी को प्रसन्न करने के उपाय

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By Sudhanshu TiwariPublished On: May 16, 2025
Budhwa Mangal 2025

Budhwa Mangal 2025: हिंदू धर्म में बड़ा मंगल का विशेष महत्व है, खासकर ज्येष्ठ माह में पड़ने वाले मंगलवार को। यह दिन हनुमान जी की पूजा के लिए समर्पित है। साल 2025 में दूसरा बड़ा मंगल 20 मई को मनाया जाएगा। इस दिन भक्त विशेष पूजा और उपाय करते हैं ताकि हनुमान जी का आशीर्वाद मिले। आइए जानते हैं दूसरा बड़ा मंगल की तिथि और हनुमान जी को प्रसन्न करने के सरल उपायों के बारे में।

बुढ़वा मंगल: तिथि और महत्व

दूसरा बड़ा मंगल 20 मई, 2025 को पड़ेगा। ज्येष्ठ माह के मंगलवार को बुढ़वा मंगल भी कहा जाता है, जब हनुमान जी की पूजा से मंगल दोष दूर होता है और जीवन में सुख-शांति आती है। इस दिन भक्त मंदिरों में जाकर हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं और भंडारे आयोजित करते हैं। यह दिन शत्रुओं पर विजय और कोर्ट-कचहरी के मामलों में सफलता के लिए भी शुभ माना जाता है।

हनुमान जी की पूजा का तरीका

दूसरे बड़े मंगल (बुढ़वा मंगल) पर सुबह स्नान के बाद हनुमान मंदिर जाएं। हनुमान जी को लाल फूल, लड्डू, और सिंदूर चढ़ाएं। हनुमान चालीसा या सुंदरकांड का पाठ करें। पूजा के दौरान “ॐ हं हनुमते नमः” मंत्र का जाप करना शुभ होता है। पूजा के बाद गरीबों को भोजन दान करें, क्योंकि यह पुण्य का कार्य हनुमान जी को प्रसन्न करता है। ये छोटे उपाय जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं।

मंगल दोष दूर करने के उपाय

बड़ा मंगल (बुढ़वा मंगल) मंगल दोष से पीड़ित लोगों के लिए खास है। इस दिन लाल चंदन या लाल फूलों से हनुमान जी की पूजा करें। मंगलवार को लाल मसूर की दाल या गुड़ का दान करना भी फायदेमंद है। अगर संभव हो, तो प्याऊ लगवाएं या ठंडे पानी का दान करें। ये उपाय न केवल मंगल दोष को कम करते हैं, बल्कि जीवन की बाधाओं को भी दूर करते हैं।

भंडारे का विशेष महत्व

बड़े मंगल (बुढ़वा मंगल) पर भंडारे का आयोजन करना बहुत पुण्यकारी माना जाता है। 20 मई, 2025 को भक्त जरूरतमंदों को भोजन बांटकर हनुमान जी का आशीर्वाद पा सकते हैं। भंडारे में पूड़ी, हलवा, और खीर जैसे प्रसाद बांटे जाते हैं। यह कार्य न केवल सामाजिक एकजुटता को बढ़ाता है, बल्कि हनुमान जी की कृपा भी दिलाता है।

दूसरा बड़ा मंगल (बुढ़वा मंगल) हनुमान भक्ति का अनूठा अवसर है। इन सरल उपायों को अपनाकर आप जीवन में सुख, शांति, और सफलता पा सकते हैं। पूजा से पहले किसी जानकार पंडित से सलाह लेना न भूलें।