अनिल यादव
आज खाटू वाले श्याम बाबा की ज्योत है।
आज मासिक सूर्य (तुला) संक्रांति है।
आज पद्मनाभ का गन्ध पुष्प आदि से पूजन कर व्रत रखने से गोदान के समान फल प्राप्त होता है।
सिर्फ मनुष्य की आत्मा ही यमपुरी जाती है।
स्वर्ग में देवताओं को सुख का अनुभव नहीं होता है।
दक्षिण के द्राविड़ देश में अरुणाचल क्षेत्र है। यह क्षेत्र पृथ्वी का ह्रदय है। शिवजी ही पर्वत रूप में वहां प्रकट हुए थे।
आश्विन मास के रविवार को जयादित्याष्टक का पाठ करना चाहिए। इससे दरिद्रता का नाश होता है और समस्त रोगों का निवारण होता है।
जयादित्याष्टक स्कन्द पुराण के कुमारिका खण्ड में उल्लेखित है।
भगवान श्रीकृष्ण की आज्ञा से दीपावली के दूसरे दिन आद्य गौ सुरभि की पूजा सम्पन्न हुई थी। इसलिए इस दिन गौ के पूजा का विधान है।
आर्द्रा नक्षत्र के प्रथम चरण में पृथ्वी ऋतुमती रहती है।
बोलचाल भाषा में जिव्हा को जबान कहते हैं, क्योंकि जबान हमेशा जवान ही रहती है। जबकि शरीर के सभी अंग उम्र के साथ बूढ़े हो जाते हैं।