वास्तु के ये आसान उपाय खोल सकते हैं तरक्की के रास्ते, घर में आएगी सुख-समृद्धि और पॉजिटिव एनर्जी

वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में सकारात्मक ऊर्जा बनाए रखने के लिए कुछ सरल उपाय बेहद प्रभावी होते हैं, जैसे तुलसी का पौधा लगाना, पूजा स्थल पर दीपक जलाना और झाड़ू, जूठे बर्तन व जूते-चप्पलों को सही स्थान पर रखना। इन उपायों से घर में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है, जबकि अनदेखी करने पर नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ सकता है।

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Vastu Upay : वास्तु शास्त्र सिर्फ इमारतों के निर्माण का विज्ञान नहीं, बल्कि जीवन को सकारात्मक दिशा देने का एक प्राचीन मार्गदर्शक है। वास्तु के अनुसार, हमारे घर में रखी चीजों और वहां की व्यवस्था का सीधा असर हमारे मानसिक, शारीरिक और आर्थिक जीवन पर पड़ता है।

यदि वास्तु के नियमों की अनदेखी की जाए तो घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश होता है, जिससे तरक्की में बाधाएं आने लगती हैं। वहीं, सही उपायों को अपनाकर घर में सुख, शांति और समृद्धि को आमंत्रित किया जा सकता है।

तुलसी का पौधा

वास्तु शास्त्र में तुलसी के पौधे को अत्यंत शुभ माना गया है। ऐसा कहा जाता है कि जिस घर में तुलसी का पौधा होता है, वहां देवी लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है और घर के वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। विशेष रूप से हर शाम तुलसी के पास घी का दीपक जलाने से न केवल घर की ऊर्जा शुद्ध होती है, बल्कि सौभाग्य और सुख-शांति भी आती है। यह परंपरा घर की महिलाओं द्वारा निभाई जाए तो इसका प्रभाव और भी शुभ माना जाता है।

पूजा स्थल में दीपक और कपूर का महत्व

हर दिन अपने पूजा स्थल पर घी का दीपक जलाने की परंपरा सिर्फ एक धार्मिक अभ्यास नहीं, बल्कि ऊर्जा को संतुलित करने का एक तरीका है। शाम के समय कपूर जलाकर आरती करने से घर के कोनों में छिपी नकारात्मकता समाप्त होती है और एक नई, ताजगी भरी ऊर्जा का संचार होता है। यह उपाय घर के वातावरण को सात्त्विक बनाए रखने में बेहद कारगर है।

मुख्य द्वार पर झाड़ू रखने से बचें

वास्तु के अनुसार, घर के मुख्य द्वार के ठीक सामने झाड़ू रखना अशुभ माना गया है। इससे घर की लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं और धन की हानि के योग बनने लगते हैं। दरअसल, मुख्य द्वार को ही घर में प्रवेश करने वाली ऊर्जा का मार्ग माना जाता है, और इस स्थान पर गंदगी या झाड़ू का रखा होना ऊर्जा के प्रवाह को बाधित करता है।

जूठे बर्तन न छोड़ें रात भर

खाना खाने के बाद जूठे बर्तनों को डाइनिंग टेबल या कमरे में छोड़ना न केवल स्वच्छता की दृष्टि से गलत है, बल्कि वास्तु दोष भी उत्पन्न करता है। मान्यता है कि रात भर जूठे बर्तन छोड़ने से नकारात्मक शक्तियां घर में प्रवेश करती हैं और पूर्वजों की नाराजगी का सामना करना पड़ता है। इससे घर की सुख-शांति पर भी असर पड़ता है।

जूते-चप्पलों के लिए रखें अलग स्थान

घर में प्रवेश करते समय जूते-चप्पल उतारना सिर्फ एक शिष्टाचार नहीं, बल्कि वास्तु के अनुसार ऊर्जा को शुद्ध रखने का एक अहम नियम है। बाहर की गंदगी और नकारात्मक ऊर्जा को घर में लाने से रोकने के लिए हमेशा जूते-चप्पल घर के बाहर ही रखें और बेडरूम में कभी लेकर न जाएं। इससे घर का वातावरण स्वच्छ और शांत बना रहता है।

Disclaimer : यहां दी गई सारी जानकारी केवल सामान्य सूचना पर आधारित है। किसी भी सूचना के सत्य और सटीक होने का दावा Ghamasan.com नहीं करता।