Surya Grahan 2024: इस दिन लगने जा रहा साल का पहला सूर्य ग्रहण, नवरात्रि पर इस विधि विधान से करें पूजा-पाठ

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By Suruchi ChircteyPublished On: March 26, 2024

Surya Grahan 2024: हमारे हिंदू धर्म में ग्रहण को शुभ नहीं माना जाता है। आपको बता दें होली पर पहला चंद्र ग्रहण लगने के बाद अब जल्‍द ही साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। बताया जा रहा है ये सूर्य ग्रहण बीते कई सालों का सबसे लंबा सूर्य ग्रहण रहने वाला है। ये सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल को लगने वाला है। इसके बाद 9 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि शुरू हो रही हैं। इस तरह चैत्र प्रतिपदा से कुछ घंटे पहले लग रहा यह सूर्य ग्रहण क्‍या घटस्‍थापना और मां दुर्गा की पूजा-पाठ पर प्रभाव डालेगा।

सूर्य ग्रहण का मुहूर्त 

इस साल का पहला सूर्य ग्रहण जो संवत 2080 का अंतिम ग्रहण होगा। बता दें ये ग्रहण चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या अर्थात सोमवार 8 अप्रैल को लगेगा। जिसे खग्रास सूर्य ग्रहण की संज्ञा दी गयी है। निर्णय सागर पंचांग के मुताबिक ग्रहण का स्पर्श भारतीय समय को देखते हुए रात 10 बजकर 9 मिनट पर होगा और मोक्ष रात्रि एक बजकर 26 मिनट पर होगा। ये ग्रहण नॉर्थ साउथ पैसिफिक, उत्तरी अमेरिका, ग्रीनलैंड, आर्कटिक समुद्र, आइसलैंड, उत्तरी अटलांटिक समुद्री क्षेत्र में तो दिखेगा, लेकिन भारत में नहीं दिखेगा। भारत में न दिखने की वजह से ग्रहण से संबंधित वेध, सूतक, स्नान, दान-पुण्य, कर्म यम नियम आदि नहीं माने जाएंगे। जिन जगहों पर ग्रहण दिखता है वहां पर ग्रहण के स्पर्श से ठीक 12 घंटे पहले से सूतक लग जाता है।

साल 2024 का पहला सूर्य ग्रहण

Surya Grahan 2024: इस दिन लगने जा रहा साल का पहला सूर्य ग्रहण, नवरात्रि पर इस विधि विधान से करें पूजा-पाठ

इस साल का पहला सूर्य ग्रहण जो संवत 2080 का अंतिम ग्रहण होगा। बता दें ये ग्रहण चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या अर्थात सोमवार 8 अप्रैल को लगेगा। जिसे खग्रास सूर्य ग्रहण की संज्ञा दी गयी है। निर्णय सागर पंचांग के मुताबिक ग्रहण का स्पर्श भारतीय समय को देखते हुए रात 10 बजकर 9 मिनट पर होगा और मोक्ष रात्रि एक बजकर 26 मिनट पर होगा। ये ग्रहण नॉर्थ साउथ पैसिफिक, उत्तरी अमेरिका, ग्रीनलैंड, आर्कटिक समुद्र, आइसलैंड, उत्तरी अटलांटिक समुद्री क्षेत्र में तो दिखेगा, लेकिन भारत में नहीं दिखेगा। भारत में न दिखने की वजह से ग्रहण से संबंधित वेध, सूतक, स्नान, दान-पुण्य, कर्म यम नियम आदि नहीं माने जाएंगे। जिन जगहों पर ग्रहण दिखता है वहां पर ग्रहण के स्पर्श से ठीक 12 घंटे पहले से सूतक लग जाता है।

घटस्‍थापना पर नहीं पड़ेगा प्रभाव