ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुध ग्रह को ग्रहों का राजकुमार कहा गया है। यह ग्रह बुद्धिमत्ता, संचार, तर्क, गणित और व्यापार का प्रतीक माना जाता है। बुध ग्रह मिथुन और कन्या राशि के स्वामी होते हैं।
वर्तमान समय में बुध सिंह राशि में स्थित हैं, लेकिन आने वाली 15 सितंबर को वे कन्या राशि में प्रवेश करेंगे। इस बदलाव से भद्र राजयोग का निर्माण होगा, जिसका प्रभाव 3 अक्टूबर तक रहेगा। इस विशेष योग से खासतौर पर धनु, सिंह और मकर राशि के जातकों को लाभ मिलने की संभावना है।
मकर राशि
मकर राशि के लिए भद्र राजयोग वरदान साबित होगा। भाग्य का पूरा साथ मिलेगा और रुके हुए कामों में तेजी आएगी। इस अवधि में धन लाभ के प्रबल योग बनेंगे। जातक धार्मिक और आध्यात्मिक कार्यों की ओर अधिक झुकाव महसूस करेंगे। परिवार या समाज में होने वाले मांगलिक कार्यक्रमों में शामिल हो सकते हैं। साथ ही देश-विदेश की यात्रा के अवसर भी प्राप्त हो सकते हैं।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के लिए यह योग बेहद शुभ रहने वाला है। कानूनी और वित्तीय मामलों में सफलता मिलने के संकेत हैं। आकस्मिक धन लाभ की संभावना बनी रहेगी और शत्रुओं पर विजय प्राप्त होगी। पुराने निवेश से लाभ होगा। विशेष रूप से मार्केटिंग, बैंकिंग, मीडिया और वाणी से जुड़े कार्य करने वाले लोगों को इस समय अच्छे परिणाम मिलेंगे। व्यवसाय या नौकरी में बदलाव के लिए नए अवसर सामने आएंगे।
धनु राशि
धनु राशि वालों के लिए भद्र राजयोग करियर में तरक्की लेकर आएगा। नौकरी में प्रमोशन के साथ मनचाही जगह पर ट्रांसफर के योग भी बन सकते हैं। व्यापार करने वालों को अच्छे सौदे मिलेंगे और लाभ में वृद्धि होगी। पिता का सहयोग मिलेगा और परिवार का साथ बना रहेगा। इस अवधि में आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और भाग्य का पूरा साथ मिलेगा।
भद्र राजयोग कब बनता है?
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, भद्र महापुरुष राजयोग का संबंध बुध ग्रह से है। जब जन्म कुंडली में बुध लग्न या चंद्रमा से 1, 4, 7 या 10वें भाव में मिथुन या कन्या राशि में स्थित होता है, तब यह शुभ योग बनता है। पंच महापुरुष राजयोगों में शामिल इस विशेष योग से व्यक्ति को ज्ञान और धन दोनों की प्रचुरता प्राप्त होती है, साथ ही जीवन में सफलता के अवसर निरंतर मिलते रहते हैं।
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