सूर्य और बृहस्पति की युति से बन रहा शुभ राजयोग, इन 3 राशियों का होगा भाग्योदय, धन-संपत्ति में होगी वृद्धि

जून 2025 में गुरु आदित्य राजयोग बनेगा, जब सूर्य और बृहस्पति मिथुन राशि में एक साथ आएंगे। यह राजयोग विशेष रूप से सिंह, मीन और वृषभ राशियों के लिए शुभ रहेगा, जिससे इन राशियों के जातकों को करियर में उन्नति, आर्थिक लाभ, और पारिवारिक सुख की प्राप्ति हो सकती है।

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Guru Aditya Rajyog 2025 : ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जब ग्रह अपनी विशेष स्थिति में होते हैं, तो वे अपनी शक्तियों का असर विभिन्न राशियों पर डालते हैं। जून 2025 में ऐसा ही एक दुर्लभ संयोग बनने जा रहा है। गुरु (बृहस्पति) और सूर्य का योग, जिसे ‘गुरु आदित्य राजयोग’ कहा जाता है, इस समय बनेगा। यह योग विशेष रूप से उन राशियों के लिए शुभ रहेगा, जिनके जीवन में यह ग्रहों का संयोग आ रहा है। आइए जानते हैं कि यह राजयोग किस राशि के जातकों के लिए भाग्य का द्वार खोलेगा।

गुरु आदित्य राजयोग तब बनता है जब सूर्य और बृहस्पति एक ही राशि में होते हैं या एक-दूसरे पर दृष्टि डालते हैं। इस बार, बृहस्पति 14 मई 2025 को मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे, और सूर्य 15 जून 2025 को उसी राशि में आएंगे। इस विशेष योग से इन दोनों ग्रहों का शक्तिशाली संयोग बनेगा, जिसे गुरु आदित्य राजयोग कहा जाता है। यह राजयोग उन जातकों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता है, जिनकी राशि इससे प्रभावित हो रही है।

सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के लिए गुरु आदित्य राजयोग बेहद शुभ रहेगा। इस दौरान सूर्य और गुरु का आशीर्वाद मिलेगा, जिससे भाग्य का साथ मिलेगा। किसी मनचाही नौकरी में मनचाहा पद प्राप्त हो सकता है। आय में जबरदस्त इजाफा हो सकता है और धन-संपत्ति में वृद्धि होगी। निवेश से लाभ हो सकता है, और करियर में शानदार उन्नति के योग बन रहे हैं।

मीन राशि

मीन राशि के जातकों के लिए भी गुरु आदित्य राजयोग बेहद सकारात्मक रहेगा। इस समय, निवेश से लाभ मिलने की संभावना है। वाहन या संपत्ति खरीदने के अच्छे अवसर आ सकते हैं। विद्यार्थी और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वालों के लिए यह समय बेहद अनुकूल होगा। भौतिक सुख-संसाधन बढ़ सकते हैं और रियल एस्टेट से जुड़े व्यापारियों को धनलाभ मिल सकता है।

वृषभ राशि

वृषभ राशि के जातकों के लिए यह राजयोग अत्यंत लाभकारी हो सकता है। इस समय, व्यापारियों के फंसे हुए धन की वापसी हो सकती है, और आर्थिक स्थिति में सुधार देखने को मिल सकता है। बेरोजगारों को रोजगार के नए अवसर मिल सकते हैं। स्वास्थ्य संबंधी पुराने मुद्दों से राहत मिलेगी और मानसिक स्थिति में भी सुधार होगा।