Pishach Yog : ज्योतिष में शुभ और अशुभ ग्रहों के योग के बारे में बताया गया है। इन्हीं में से एक है पिशाच योग। पिशाच योग का निर्माण होना कई मायनों में कई राशियों के लिए बेहद अलाभकारी साबित हो सकता है। यह योग तब बनता है, जब कुंडली में शनि और राहु एक साथ एक ही राशि में आते हैं।
29 मार्च के दिन शनि मीन राशि में गोचर करने वाले हैं और राहु वहां पहले से विराजमान है। ऐसे में शनि और राहु की युति होने वाली है। शनि को जहां शासन का देवता माना जाता है। वहीं राहु कलयुग के मालिक कहे जाते हैं।

राहु और शनि की युति 18 मई तक रहेगी। इस समय अवधि तक राशि चक्र की तीन राशियों के लिए यह समय बेहद संभल कर चलने वाला रहेगा। उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। वहीं इसके प्रतिकूल प्रभाव भी उन पर नजर आने वाले हैं।
इन राशियों को लाभ
जिन राशियों को पिशाच योग से संभल कर चलने की जरूरत है। उनमें मिथुन के अलावा सिंह और मीन राशि शामिल है।
पिशाच योग मिथुन राशि के दसवें भाव में लगेगा। इस कर्म का भाव कहा जाता है। ऐसे में इस योग से करियर क्षेत्र में उतार चढ़ाव आएगा। काम के प्रति वफादार न रहना भारी पड़ सकता है। फोकस होकर काम करना उचित रहेगा। कुछ लोग गलत संगति में पड़ सकते हैं। धन और सम्मान की हानि हो सकती है। माता-पिता के स्वास्थ्य से जुड़ी चिंता बनी रहेगी।
सिंह राशि के लिए यह योग अष्टम भाव में बनेगा। इस योग के बनने से स्वास्थ्य धन और कैरियर से जुड़ी समस्या समाप्त हो सकती है। कार्यक्षेत्र में सहकर्मी और सीनियर के साथ अनबन होने के आसार हैं। बेवजह चीजों परेशां करेगी। कर्ज से आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है। तला हुआ भोजन खाने से स्वास्थ्य बिगड़ सकता है।
मीन राशि में पिशाच योग का निर्माण स्थिति को प्रतिकूल बनाएगा। मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ेगा। स्वास्थ्य के लिए यह समय शुभ नहीं कहा जा सकता है। कोई बीमारी परेशान कर सकती है। घर परिवार के लोगों को आपको लेकर गलत राय बन सकती है। अनुचित कार्य करने से आपको बचना होगा।
पिशाच योग से मुक्ति के लिए करें उपाय
- हनुमान चालीसा का मंगलवार और शनिवार को पाठ अवश्य करें
- गाय कुत्ता और कौवे को रोटी खिलाना राहु को प्रसन्न करने जैसा होगा
- योग ध्यान का अभ्यास करना मानसिक शांति बनाए रखेगा
- काले वस्त्र, तिल और उड़द का दान करना ना भूले
- शनिवार के दिन सरसों का तेल दान करें