Numerology : हर व्यक्ति अपने जीवन और भविष्य को लेकर हमेशा उत्सुक रहता है। वह अक्सर सोचता है कि आने वाला समय कैसा होगा और किन-किन परिस्थितियों का सामना करना पड़ेगा। इन सवालों का जवाब जानने के लिए ज्योतिष एक बहुत पुराना और प्रभावी उपाय है। खासतौर पर अंक शास्त्र, जो ज्योतिष की एक महत्वपूर्ण शाखा है, हमें जीवन के विभिन्न पहलुओं के बारे में गहरी जानकारी प्रदान करता है।
अंक शास्त्र एक ऐसी अद्भुत विद्या है, जो पूरी तरह से अंकों पर आधारित है। यह अंकों को नौ ग्रहों से जोड़ता है और ग्रहों की स्थिति के अनुसार, व्यक्ति के जीवन और भविष्य का विश्लेषण करता है। यही कारण है कि ज्योतिषी, कुंडली और ग्रहों की स्थिति देखकर अंकों के माध्यम से किसी भी व्यक्ति का भविष्य भविष्यवाणी कर सकते हैं। इसके अलावा, विवाह की तारीख भी आपकी जीवन यात्रा के बारे में कई महत्वपूर्ण संकेत देती है।

अंक शास्त्र (Numerology)
मूलांक 1 (Mulank 1)
यदि आपकी विवाह तिथि 1, 10, 19 या 28 है, तो आपका मूलांक 1 है। इस अंक वाले लोग हमेशा आकर्षक जीवनसाथी की तलाश में रहते हैं और इन्हें जीवन में अपने साथी से अच्छा साथ मिलता है। हालांकि, इनके बीच छोटी-मोटी नोकझोंक हो सकती है, लेकिन इसके बावजूद इनका रिश्ता बहुत मजबूत और प्यार भरा होता है।
मूलांक 2 (Mulank 2)
यदि आपकी विवाह तिथि 2, 11, 20 या 29 है, तो आपका मूलांक 2 है। इस अंक के लोग अपने जीवनसाथी से गहरी भावनात्मक और मानसिक समझ रखते हैं। ये दोनों हमेशा एक-दूसरे का साथ देते हैं, चाहे परिस्थिति जैसी भी हो। प्यार और सहयोग की मिसाल बने रहते हैं ये लोग।
मूलांक 3 (Mulank 3)
जिन लोगों की विवाह तिथि 3, 12, 21 या 30 है, उनका मूलांक 3 है। यह अंक जीवन में खुशियों का प्रतीक है। इन लोगों का वैवाहिक जीवन हमेशा खुशहाल और हंसी-खुशी से भरा रहता है। इनके रिश्ते में समझ, संतुलन और सच्चा प्यार होता है, जो इन्हें हमेशा खुश रखता है।
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