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अक्सर तन्हा रह जाते हैं ये 2 मूलांक के जातक, अपने जीवन में पसंद नहीं करते किसी की दखलअंदाजी

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By Swati BisenPublished On: May 22, 2025
Numerology

Numerology : किसी भी व्यक्ति के जीवन में उसकी जन्मतिथि का विशेष महत्व होता है। यह केवल उसके जन्म का दिन भर नहीं होती, बल्कि इससे व्यक्ति के भविष्य और जीवन की दिशा के बारे में भी जानकारी मिल सकती है। दरअसल, ज्योतिष शास्त्र में जन्मतिथि के आधार पर भविष्य की संभावनाओं को समझा जा सकता है। इससे यह जाना जा सकता है कि किसी का पारिवारिक जीवन, आर्थिक स्थिति और करियर कैसा रहेगा।

इस जानकारी को प्राप्त करने के लिए पहले व्यक्ति का मूलांक निकाला जाता है। मूलांक जानने के लिए जन्म तिथि के सभी अंकों को जोड़ लिया जाता है। अंक ज्योतिष एक ऐसी विद्या है, जो अंकों के माध्यम से व्यक्ति के स्वभाव और जीवन से जुड़ी विभिन्न बातें बताती है। इसमें 1 से 9 तक के मूलांकों का विवरण मिलता है, जो नवग्रहों से जुड़े होते हैं।

आज हम आपको कुछ खास तारीखों पर जन्मे लोगों के स्वभाव और जीवन की विशेषताओं के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।

मूलांक 9 वाले लोग 

अक्सर तन्हा रह जाते हैं ये 2 मूलांक के जातक, अपने जीवन में पसंद नहीं करते किसी की दखलअंदाजी

जिन व्यक्तियों का जन्म किसी भी माह की 9, 18 या 27 तारीख को होता है, उनका मूलांक 9 होता है, जो कि मंगल ग्रह से संबंध रखता है। इस मूलांक के लोग बहुत ही संवेदनशील और दिल से प्रेम करने वाले होते हैं, लेकिन प्रेम के मामले में इनका भाग्य अक्सर साथ नहीं देता। ये दूसरों से सच्चे मन से जुड़ते हैं, परंतु उन्हें वही भावनाएं लौटकर नहीं मिलतीं। इनके स्वभाव में यह खास बात होती है कि ये अपने जीवन में किसी भी प्रकार की हस्तक्षेप या दखलअंदाजी बिल्कुल सहन नहीं करते।

जब जीवनसाथी कुछ कहता है तो इन्हें लगता है कि उनकी स्वतंत्रता में हस्तक्षेप किया जा रहा है, जिससे रिश्तों में खटास आ सकती है। इनके स्वभाव में आध्यात्मिकता के प्रति विशेष झुकाव होता है, जिस कारण ये रिश्तों को उतनी प्राथमिकता नहीं दे पाते।

मूलांक 7 वाले लोग (जन्मतिथि: 7, 16, 25)

जिन व्यक्तियों का जन्म महीने की 7, 16 या 25 तारीख को होता है, उनका मूलांक 7 माना जाता है। यह अंक केतु ग्रह से संबंधित होता है, जो व्यक्ति के स्वभाव को रहस्यमय और चिंतनशील बनाता है। मूलांक 7 वाले लोग भावनात्मक रूप से गहरे होते हैं, लेकिन अपनी भावनाओं को व्यक्त करना इन्हें कठिन लगता है। ये लोग अपने मन की बातें अक्सर छिपाकर रखते हैं और अधिक सामाजिक मेलजोल से बचना पसंद करते हैं।

इनके इस अंतर्मुखी स्वभाव का असर उनके रिश्तों पर भी पड़ता है, खासकर प्रेम संबंधों पर। पार्टनर को इनके व्यवहार में दूरी और अनदेखापन महसूस हो सकता है, जिससे रिश्तों में तनाव उत्पन्न हो सकता है।

Disclaimer : यहां दी गई सारी जानकारी केवल सामान्य सूचना पर आधारित है। किसी भी सूचना के सत्य और सटीक होने का दावा Ghamasan.com नहीं करता।