हरियाली तीज पर मेहंदी का है खास महत्व, आखिर क्यों लगाती है सुहागन महिलाएं तीज पर मेहंदी?

हरियाली तीज पर सुहागन महिलाओं के लिए श्रृंगार और मेहंदी का खास महत्व होता है। इस समय महिलाएं मेहंदी लगाती है और श्रृंगार करती है। इस त्यौहार को सुहागन महिलाओं में खुशहाली का त्यौहार माना जाता है।

priyanka
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हरियाली तीज पर मेहंदी का है खास महत्व, आखिर क्यों लगाती है सुहागन महिलाएं तीज पर मेहंदी?

हरियाली तीज एक धार्मिक और संस्कृति से जुड़ा त्यौहार है। इस त्यौहार पर सुहागन महिलाएं व्रत रखती है। हरियाली तीज का त्यौहार श्रद्धा और उत्साह के साथ सभी सुहागन महिलाएं मनाती है। यह त्यौहार सावन महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को आता है। हरियाली तीज पर माता पार्वती और भगवान शिव के पुनर्मिलन की स्मृति में यह पर्व मनाया जाता है। इस पर्व पर श्रृंगार और मेहंदी का खास महत्व है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।

हरियाली तीज में मेहंदी का खास महत्व

हरियाली तीज पर सुहागन महिलाओं के लिए श्रृंगार और मेहंदी का खास महत्व होता है। इस समय महिलाएं मेहंदी लगाती है और श्रृंगार करती है। इस त्यौहार को सुहागन महिलाओं में खुशहाली का त्यौहार माना जाता है।

मेहंदी की पौराणिक मान्यता

पुराणों में भी कहा गया है की माता पार्वती ने भगवान शिव को पाने के लिए जन्मों तक कठिन तपस्या की और उनके 108वे जन्म में उनका तप सफल हुआ और शिवजी ने उनसे विवाह किया। मान्यता है कि शादी के दिन माता पार्वती ने अपने हाथों में मेहंदी लगाई हुई थी। मेहंदी प्रेम और समर्पण के साथ सौभाग्य का प्रतीक मानी जाती है।

मेहंदी लगाने के फायदे

मेहंदी लगाने के कई सारे फायदे होते हैं। मेहंदी लगाने से हाथों में ठंडक पहुंचती है और सावन महीने में मेहंदी लगाना बहुत फायदेमंद होता है। इससे मानसिक रूप से शांति प्राप्त होती है। धार्मिक दृष्टि से देखे तो मेहंदी लगाने से सकारात्मक ऊर्जा आती है और इसको शुभ माना जाता है। मेहंदी लगाना बेहद फायदेमंद साबित होता है।