March Panchak 2025 : हिंदू धर्म में हर शुभ कार्य के लिए मुहूर्त का विशेष महत्व होता है। इस मुहूर्त के अनुसार, किसी भी काम को करने के लिए एक सही समय और वातावरण की आवश्यकता होती है। वहीं, कुछ खास दिनों को अशुभ माना जाता है, जिसमें शुभ कार्यों से बचना चाहिए। उन अशुभ दिनों में से एक है पंचक, जो खासकर ज्योतिष शास्त्र के अनुसार महत्वपूर्ण माना जाता है। आइए, जानते हैं कि इस महीने के पंचक के बारे में और किन कामों से बचना चाहिए।
पंचक मार्च महीने में 26 मार्च को दोपहर 3:20 बजे से शुरू होगा और 30 मार्च को शाम 4:37 बजे समाप्त होगा। यह पंचक मार्च का दूसरा पंचक है, जो विशेष रूप से बुधवार और रविवार के बीच आता है। पंचक का समय खासतौर पर ऐसे दिनों में होता है, जब चंद्रमा कुछ खास नक्षत्रों से गुजरता है, जैसे- घनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद और रेवती। इस दौरान कुछ कार्यों को करने से बचना चाहिए।

पंचक के दौरान किन कामों से बचें?
- विवाह, गृह प्रवेश और मुंडन: पंचक के दौरान किसी भी तरह का शुभ कार्य, जैसे विवाह, गृह प्रवेश या मुंडन नहीं करना चाहिए। यह समय इन कार्यों के लिए अशुभ माना जाता है।
- नए काम की शुरुआत: पंचक के दौरान नए व्यवसाय की शुरुआत या नए प्रोजेक्ट का शुभारंभ करने से बचना चाहिए।
- पैसे का लेन-देन: इस समय पैसे से जुड़ी कोई भी लेन-देन करना या किसी को उधारी देना धन हानि का कारण बन सकता है।
- दक्षिण दिशा की यात्रा: पंचक में दक्षिण दिशा की ओर यात्रा करना अशुभ माना जाता है। अगर यह यात्रा करनी पड़े, तो हनुमान जी की पूजा करके यात्रा शुरू करनी चाहिए।
- लकड़ी इकट्ठा करना और छत बनवाना: पंचक के समय में लकड़ी इकट्ठा करना और छत का निर्माण करना भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।
क्यों महत्वपूर्ण है पंचक?
पंचक का समय विशेष रूप से चंद्रमा के कुछ खास नक्षत्रों से गुजरने के कारण विशेष महत्व रखता है। चंद्रमा की गति और नक्षत्रों के बदलाव का सीधा असर हमारे जीवन पर पड़ता है। इसलिए पंचक के दौरान किसी भी शुभ कार्य को टालना ज्यादा फायदेमंद होता है।
Disclaimer : यहां दी गई सारी जानकारी केवल के सामान्य सूचना है। इसे अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। किसी भी सूचना के सत्य और सटीक होने का दावा Ghamasan.com नहीं करता।