अगर कुंडली में शनि कमजोर हैं? तो भूल से भी न करें ये काम

यदि कुंडली में शनि कमजोर हो, तो जीवन में परेशानियाँ बढ़ सकती हैं। ऐसे में कुछ कार्यों से बचना जरूरी होता है, जैसे बुज़ुर्गों का अपमान, झूठ बोलना, आलस्य, और विशेष व्यापार करना। इन सावधानियों से शनि का प्रभाव संतुलित किया जा सकता है।

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शनि देव को कर्म और न्याय का देवता माना जाता है। वे अपने अनुयायियों को उनके अच्छे या बुरे कर्मों के आधार पर फल देते हैं। यदि शनि ग्रह व्यक्ति की कुंडली में मजबूत होते हैं, तो यह व्यक्ति को मेहनती, ईमानदार और अनुशासित बनाता है। लेकिन जब शनि कमजोर होता है या अशुभ ग्रहों से प्रभावित होता है, तो जीवन में अनेक कठिनाइयां आ सकती हैं, जैसे मानसिक तनाव, आर्थिक नुकसान, रुकावटें और सामाजिक अपमान।

ऐसी स्थिति में, शनि के प्रभाव को संतुलित करने के लिए कुछ कार्यों से बचना आवश्यक हो जाता है। आइए जानते हैं वे 7 कार्य, जिन्हें कमजोर शनि वाले व्यक्ति को नहीं करना चाहिए।

बुज़ुर्गों का अपमान न करें

शनि देव का संबंध समाज के गरीब, बुज़ुर्ग और श्रमिक वर्ग से होता है। अगर आप इन लोगों का अपमान करते हैं या उनकी मदद से किनारा करते हैं, तो शनि देव का ग़ुस्सा और बढ़ सकता है। इन व्यक्तियों के प्रति आदर, सहायता और सहानुभूति दिखाना ही शनि की कृपा पाने का सबसे अच्छा तरीका है।

झूठ बोलने से बचें

शनि देव न्यायप्रिय और सत्यनिष्ठ हैं। जो लोग झूठ बोलते हैं, धोखा देते हैं या गलत तरीकों से लाभ प्राप्त करते हैं, उन्हें शनि का कठोर दंड झेलना पड़ सकता है। कमजोर शनि वाले व्यक्तियों के लिए यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि वे हमेशा सत्य बोलें और एक नैतिक जीवन जीने की कोशिश करें।

आलस्य से बचें और मेहनत करें

शनि ग्रह को मेहनत और अनुशासन पसंद है। अगर शनि कमजोर है, तो आलस्य और लापरवाही से बचना बहुत जरूरी है। कमजोर शनि वाले व्यक्तियों को अपनी जिम्मेदारियों का पालन सच्चे मन से करना चाहिए। समय का सही उपयोग करें, नियमितता रखें और अपने कार्यों को प्राथमिकता दें।

पीले अनाजों का व्यापार न करें

चना, मूंग, अरहर जैसे पीले अनाज बृहस्पति ग्रह से जुड़े होते हैं, जबकि बृहस्पति और शनि के बीच ग्रहों की प्रकृति में विरोध होता है। कमजोर शनि वाले लोगों को इन अनाजों का व्यापार करने से बचना चाहिए। ऐसा करने से बार-बार नुकसान, मानसिक उलझनें और संघर्ष का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए, इन अनाजों से जुड़ी किसी भी प्रकार की व्यापारिक गतिविधि से दूर रहना चाहिए।

दूध उत्पादों का व्यापार न करें

दूध, दही, घी और मक्खन जैसे उत्पाद चंद्रमा और शुक्र ग्रह से जुड़े होते हैं, जो शनि के लिए शुभ नहीं माने जाते, खासकर जब शनि की स्थिति कमजोर हो। इन उत्पादों का व्यापार करने से मानसिक अशांति, निर्णय में उलझन और व्यवसाय में अस्थिरता आ सकती है। यदि आप शनि के प्रभाव से बचना चाहते हैं, तो सफेद रंग से संबंधित वस्तुओं के व्यापार से परहेज करें।

सोने का आभूषण न पहनें

सोना सूर्य और बृहस्पति का प्रतीक माना जाता है, जबकि शनि का सूर्य से शत्रुता संबंध है। यदि शनि कमजोर हो, तो सोने के आभूषण पहनने से मानसिक तनाव और आत्मबल में कमी हो सकती है। इसके बजाय चांदी या लोहे का आभूषण पहनना बेहतर रहेगा, क्योंकि ये धातुएं शनि के प्रभाव को कम करने में मदद करती हैं।

जानवरों के साथ क्रूरता न करें

शनि देव का संबंध विशेष रूप से कुत्तों, कौवों, भैंसों और अन्य जानवरों से होता है। यदि आप इन पशुओं के प्रति क्रूरता दिखाते हैं या उन्हें तंग करते हैं, तो शनि की नाराजगी और बढ़ सकती है। इसके बजाय, शनि को प्रसन्न करने के लिए काले कुत्तों या कौवों को भोजन देना एक सरल उपाय है। पशु सेवा से शनि देव का आशीर्वाद प्राप्त हो सकता है।


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