वैदिक ज्योतिष के अनुसार, ग्रहों का राशि परिवर्तन मानव जीवन और 12 राशियों पर गहरा असर डालता है। जब ग्रह विशेष स्थान पर विराजमान होते हैं तो शुभ योग और राजयोग का निर्माण होता है, जो जीवन में उन्नति और सौभाग्य का द्वार खोलता है। इसी कड़ी में अक्टूबर 2025 एक बेहद खास महीना साबित होने जा रहा है क्योंकि इस समय देवगुरु बृहस्पति 12 साल बाद अपनी उच्च राशि कर्क में प्रवेश करेंगे और इसी से शुभ हंस महापुरुष राजयोग का निर्माण होगा।
गुरु ग्रह को ज्ञान, बुद्धि, भाग्य, धन, धर्म और आध्यात्मिकता का कारक माना जाता है। इस समय वे मिथुन राशि में विराजमान हैं, लेकिन 18 अक्टूबर 2025 को वे अपनी उच्च राशि कर्क में प्रवेश करेंगे। इस दौरान वे वक्री भी होंगे, जिससे उनकी स्थिति और प्रभाव और भी विशेष हो जाएगा। इस गोचर के परिणामस्वरूप बनने वाला हंस महापुरुष राजयोग कई जातकों के लिए जीवन में सफलता और सौभाग्य लेकर आएगा।
इन राशियों को मिलेगा फायदा
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए भी यह समय सौभाग्यशाली रहेगा। उन्हें अचानक धन लाभ हो सकता है। विवाहित जीवन में सामंजस्य बढ़ेगा और परिवार का सहयोग मिलेगा। नया बिजनेस शुरू करने का अवसर मिलेगा और विदेश यात्रा की संभावना भी बन सकती है। समाज में प्रतिष्ठा बढ़ेगी और आपकी बौद्धिक व आध्यात्मिक क्षमता चरम पर होगी। भाग्य का साथ मिलेगा तथा धर्म और पुण्य कर्मों की ओर झुकाव बढ़ेगा।
कन्या राशि
कन्या राशि वालों के लिए यह गोचर बेहद फलदायी रहेगा। नौकरी और व्यापार दोनों में प्रगति होगी। परिवार में खुशियां आएंगी और संतान से कोई शुभ समाचार मिल सकता है। लंबे समय से अटके कार्य पूरे होंगे और निवेश से लाभ होगा। आय में वृद्धि होगी और आर्थिक स्थिति मजबूत बनेगी। खासतौर पर बैंकिंग, मार्केटिंग और मीडिया क्षेत्र के लोगों को इस योग से विशेष लाभ प्राप्त होगा। इसके अलावा स्टॉक मार्केट, सट्टा या लॉटरी से भी फायदा हो सकता है।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए गुरु का यह गोचर विशेष रूप से शुभ रहेगा। आत्मविश्वास बढ़ेगा और समाज में मान-सम्मान प्राप्त होगा। विद्यार्थियों को पढ़ाई में सफलता मिलेगी और नौकरीपेशा लोगों को प्रमोशन व वेतन वृद्धि का लाभ मिलेगा। विवाहित जीवन सुखद रहेगा और अविवाहितों को विवाह के प्रस्ताव प्राप्त हो सकते हैं। व्यापार में भी लाभ की संभावना है, जिससे प्रतिष्ठा और सामाजिक स्थिति में वृद्धि होगी।
कब बनता है हंस महापुरुष राजयोग?
वैदिक ज्योतिष में हंस महापुरुष राजयोग को अत्यंत शुभ माना जाता है। यह योग तब बनता है जब बृहस्पति ग्रह लग्न से पहले, चौथे, सातवें या दसवें भाव में स्थित होकर कर्क, मीन या धनु राशि में हों। अगर वे अपनी उच्च राशि में या स्वगृही होकर केंद्र भाव में विराजमान हों, तो जातक के जीवन में अपार सफलता, मान-सम्मान, धन और समृद्धि का योग बनता है।
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