Guru Pushya Nakshatra : जानें कब है गुरु पुष्य नक्षत्र, इस शुभ संयोग में करें खरीदारी

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By Ayushi JainPublished On: October 17, 2021
Guru Pushya Nakshatra

Guru Pushya Nakshatra : इस साल धनतेरस के चार और दीपावली के छह दिन पहले खरीदी का महामुहूर्त गुरु पुष्य 28 अक्टूबर को होगा। बताया जा रहा है कि स्वर्ण आभूषण, भूमि-भवन के साथ चल-अचल संपत्ति की खरीदी के लिए नक्षत्रों का राजा पुष्य 25 घंटे 57 मिनिट रहेगा। दरअसल, इस साल गुरु-पुष्य के संयोग को कार्य में सिद्धि देने वाला सर्वार्थ सिद्धि और रवि योग ओर भी खास बना रहा है।

ज्योतिष द्वारा बताया गया है कि गुरु पुष्य में की गई खरीदारी चिर स्थायी फल प्रदान करने वाली होती है। ऐसे में इस खास मौके के लिए इंदौर सराफा बाजार को व्यापारियों द्वारा आकर्षक विद्युत सज्जा से सजाया जाएगा। बता दे, इस दिन सोना-चांदी और भूमि-भवन की खरीदारी विशेष लाभदायक मानी गई है।

ज्योतिषों के अनुसार, कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि पर 28 अक्टूबर गुरुवार को पुष्य नक्षत्र की शुरुआत सुबह 9.41 बजे से होगी। पुष्य नक्षत्र 29 अक्टूबर शुक्रवार को सुबह 11.38 बजे तक रहेगा। 28 को रवियोग सुबह 9.30 बजे तक और सर्वार्थ सिद्धि योग दिवस पर्यंत रहेगा। धनतेरस 2 नवंबर और 4 नवंबर को दीपावली होगी।

श्रेष्ठतम योग –

जानकारी के अनुसार, गुरु पुष्य में व्यक्ति अपने लक्षय साधकर जिस भी कार्य का श्रीगणेश करता है उसमें सफलता प्राप्त होती है। 27 नक्षत्रों में से एक पुष्य नक्षत्र को नक्षत्रों का राजा कहा गया है। दरअसल, ये नक्षत्र गुरुवार को आता है तो इसका महत्व कई गुना बढ़ जाता है। इसे श्रेष्ठतम मंगलकारी योग में से एक माना गया है। इस दिन जो नई वस्तु, जमीन-मकान, वाहन, स्वर्ण आभूषण के अलावा नया व्यापार शुरू करते हैं। उन पर देवी महालक्षमी की विशेष कृपा होती है।

जानें, गुरु पुष्य के संयोग में कब रहेगा कौनसा चौघड़िया –

– चर : सुबह 10.30 से दोपहर 12 बजे तक।
– लाभ : दोपहर 12.01 से 1.30 बजे तक ।
– अमृत : दोपहर 1.31 से 3 बजे तक।
– शुभ : दोपहर 4.30 से शाम 6 बजे तक।
– अमृत : शाम 6.01 से 7.30 बजे तक।
– चर : शाम 7.31 से रात 9 बजे तक।

खरीदारों से गुलजार होगा बाजार –

जानकारी के मुताबिक, दीपावली से पहले इस बार गुरु पुष्य का संयोग बना है। ऐसे में हार साल अक्सर दीवाली पर बुधवार, रविवार, सोमवार को पुष्य नक्षत्र आता है। ऐसे में जब भी दीवाली से पहले गुरुवार को पुष्य नक्षत्र आता है तो स्वर्ण आभूषण की अच्छी खरीदारी होती है। दरअसल, देव उठनी ग्यारस से शादी का सीजन भी शुरू होगा। इसके चलते गुरु पुष्य में खरीदारों से बाजार गुलजार होने की पूरी संभावना है।