Lunar eclipse and Skin: 7 सितंबर 2025, रविवार को साल का अंतिम और बेहद खास चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। यह ग्रहण भाद्रपद पूर्णिमा के दिन कुंभ राशि और पूर्व भाद्रपद नक्षत्र में पड़ेगा। इस बार की खास बात यह है कि पितृपक्ष के पहले दिन चंद्र ग्रहण और अंतिम दिन सूर्य ग्रहण दोनों होंगे।
भारतीय संस्कृति में ग्रहण को हमेशा से ही रहस्यमयी और प्रभावशाली घटना माना गया है। ग्रहण के दौरान खान-पान, पूजा-पाठ और कई अन्य नियमों का पालन किया जाता है। लेकिन एक सवाल हमेशा उठता है। क्या ग्रहण का असर वास्तव में हमारी त्वचा (Skin) पर होता है? आइए जानते हैं इस विषय में आस्था और विज्ञान दोनों का नजरिया।
ग्रहण का समय और सूतक काल
इस साल का यह आखिरी चंद्र ग्रहण भारत में प्रत्यक्ष रूप से दिखाई देगा।
- ग्रहण की शुरुआत: रात 9:57 बजे
- ग्रहण का मध्य समय: रात 11:42 बजे
- ग्रहण का समापन: रात 1:27 बजे (8 सितंबर)
- कुल अवधि: 3 घंटे 28 मिनट 2 सेकंड
ग्रहण का सूतक काल इसकी शुरुआत से लगभग 9 घंटे पहले, यानी दोपहर 12:57 बजे से शुरू हो जाएगा। इस दौरान धार्मिक गतिविधियों और खान-पान पर विशेष नियमों का पालन किया जाता है।
आस्था से जुड़ी मान्यताएं
हमारे समाज में मान्यता है कि ग्रहण के समय नकारात्मक ऊर्जा सक्रिय हो जाती है। इस वजह से कई परिवार ग्रहण के दौरान:
- खाना-पीना बंद कर देते हैं।
- तेल या क्रीम त्वचा पर लगाने से बचते हैं।
- बाहर निकलने से परहेज करते हैं।
इन परंपराओं का संबंध शुद्धता और मानसिक शांति से अधिक होता है, न कि किसी वैज्ञानिक प्रमाण से।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण
- वैज्ञानिकों और डॉक्टरों का मानना है कि चंद्र ग्रहण का त्वचा पर कोई सीधा असर नहीं पड़ता।
- चंद्र ग्रहण के दौरान चांद सिर्फ पृथ्वी की छाया से ढक जाता है।
- इसमें कोई हानिकारक किरणें नहीं निकलतीं जो स्किन को नुकसान पहुंचा सकें।
- हालांकि, सूर्य ग्रहण के समय स्थिति अलग होती है।
- सूर्य की अल्ट्रावायलेट (UV) किरणें हमारी स्किन को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
- इससे सनबर्न, टैनिंग, और लंबे समय में स्किन कैंसर तक का खतरा हो सकता है।
ग्रहण के दौरान लोग अक्सर बिना सुरक्षा के सूरज को देखने की कोशिश करते हैं, जिससे आंखों और त्वचा दोनों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
सच्चाई क्या है?
- चंद्र ग्रहण का त्वचा पर कोई नकारात्मक प्रभाव वैज्ञानिक रूप से साबित नहीं हुआ है।
- सूर्य ग्रहण के दौरान स्किन की सुरक्षा जरूर करनी चाहिए। बाहर निकलते समय स्किन को ढकें और सीधा सूरज देखने से बचें।
Disclaimer : यहां दी गई सारी जानकारी केवल सामान्य सूचना पर आधारित है। किसी भी सूचना के सत्य और सटीक होने का दावा Ghamasan.com नहीं करता।