Chaitra Navratri 2025 Dress Color : 30 मार्च से चैत्र नवरात्रि 2025 का शुभारंभ हो रहा है। 9 दिनों तक मां दुर्गा की भक्ति और उनके 9 स्वरूपों की पूजा के लिए चैत्र नवरात्रि को खास माना जाता है। हालांकि इस साल चैत्र नवरात्रि 8 दिनों की पड़ रही है। 8 दिनों तक चलने वाले इस त्यौहार में बड़ी संख्या में भक्त माता के दर्शन के लिए पहुंचते हैं और पूजा अर्चना से माता को प्रसन्न करने की कोशिश करते हैं।
नवरात्रि में रंगों का विशेष महत्व है। मां के हर स्वरूप से जुड़ा एक रंग हैv कहा जाता है कि माता रानी के इन रंगों को धारण कर उनकी पूजा अर्चना करने से विशेष फल मिलता है। इसके साथ ही मां दुर्गा को श्रृंगार काफी पसंद है। इसलिए महिलाएं माता रानी की पूजा के लिए श्रृंगार को महत्व देती है।

सकारात्मक और शक्ति का संचार करते हैं रंग
रंग ना केवल उत्सव के माहौल को रंगीन करते हैं बल्कि सकारात्मक और शक्ति का भी संचार करते हैं। ऐसे में इन आठ दिनों में माता के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा के लिए अलग-अलग रंग के वस्त्र पहनना हितकारी साबित हो सकता है।
अलग-अलग स्वरूपों की पूजा के लिए अलग-अलग रंग के वस्त्र
नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है। नारंगी रंग उत्सव और शक्ति का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में मां शैलपुत्री को नारंगी रंग बहुत पसंद है। इन्हें पहनने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और लोग ऊर्जावान बने रहते हैं।
नवरात्रि के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की पूजा का विधान है। सफेद रंग शुद्धता, शांति और सादगी का प्रतीक है। मां ब्रह्मचारिणी को यह रंग समर्पित है। ऐसे में इसे पहनने से मन शांत रहता है।
तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा होती है। लाल रंग साहस शक्ति और प्रेम को दर्शाता है। ऐसे में मां चंद्रघंटा को लाल रंग बहुत प्रिय है। महिलाएं लाल रंग धारण कर ऊर्जा और आत्मविश्वास में वृद्धि कर सकती हैं।
चौथे दिन नीला रंग पहनना शुभ हो सकता है। नीला रंग शांति स्थिरता और विश्वास का प्रतीक है और मां कुष्मांडा को यह रंग समर्पित है। नीले रंग के कपड़े पहनने से मन में शांति का संचार होता है और स्वास्थ्य भी अनुकूल रहता है।
पांचवा दिन स्कंदमाता की पूजा का विधान है। यह रंग संतुलन और समय तक दर्शाता है। इसलिए पांचवें दिन ग्रे रंग को धारण करना चाहिए। माना जाता है कि यह रंग जीवन में स्थिरता को महत्व देता है।
छठे दिन पीले रंग धारण करने चाहिए। छठे दिन मां कात्यायनी की पूजा होती है। पीला रंग खुशी समृद्धि और उमंग का प्रतीक है। माता कात्यायनी को पीला रंग बहुत प्रिय है। ऐसे में पीला रंग धारण करने से माता की विशेष कृपा आप पर बरस सकती है।
सातवां दिन का रंग हरा रंग है। सातवें दिन महा कालरात्रि की पूजा का विधान है। हरा रंग शक्ति और नई शुरुआत का प्रतीक होता है। हरे कपड़े पहनने से नकारात्मकता दूर होती है। इस दिन हरा रंग धारण करना आपके लिए लाभकारी साबित हो सकता है।
आठवां दिन मां महागौरी की पूजा का विधान है। बैगनी रंग अध्यात्म और शांति को दर्शाता है। मां गौरी को समर्पित रंग है। ऐसे में यदि आप बैगनी रंग धारण करते हैं तो आपके ऊपर माता की विशेष कृपा हो सकती है।
वही नवरात्रि के नौवे दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा के लिए मोरपंखी रंग पहनना शुभ माना जाता है। मां सिद्धिदात्री को यह रंग पसंद है और इसे पहनने से सिद्धि सौंदर्य और समृद्धि में वृद्धि होती है।
Note : यह आलेख सामान्य जानकारी पर आधारित है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं। किसी भी जानकारी के लिए अपनी ज्योतिष आचार्य से संपर्क अवश्य करें