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अगर आप भी कर रहे हैं चैत्र नवरात्रि में गृह प्रवेश, तो यहां जान ले ये जरुरी बातें

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By Swati BisenPublished On: March 23, 2025
Chaitra Navratri 2025

Chaitra Navratri 2025 : हिंदू धर्म में साल भर में चार नवरात्रि आती हैं, लेकिन चैत्र और शारदीय नवरात्रि को विशेष महत्व दिया गया है। इनमें से सबसे पहले चैत्र नवरात्रि मनाई जाती है, जो इस साल 30 मार्च से शुरू होकर 6 अप्रैल तक चलेगी। इस पवित्र समय में भक्त पूरी श्रद्धा और भक्ति भाव से नौ दिनों तक माता के नौ रूपों की पूजा और व्रत करते हैं।

चैत्र नवरात्रि सिर्फ भक्ति और आराधना का समय नहीं है, बल्कि यह नए कार्यों की शुरुआत और गृह प्रवेश के लिए भी बेहद शुभ मानी जाती है। इस दौरान किए गए सभी शुभ कार्यों से घर में सुख-शांति और समृद्धि का वास होता है।

मुख्य दरवाजे पर तोरण लगाना न भूलें

अगर आप भी कर रहे हैं चैत्र नवरात्रि में गृह प्रवेश, तो यहां जान ले ये जरुरी बातें

गृह प्रवेश के समय, मुख्य दरवाजे पर अशोक और आम के पत्तों का तोरण लगाना चाहिए। अशोक के पत्ते शांति का प्रतीक होते हैं, जबकि आम के पत्ते घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं। इसे घर के प्रवेश द्वार पर लगाने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।

कलश का महत्व

गृह प्रवेश के दौरान एक शुभ कलश स्थापित करना बहुत महत्वपूर्ण होता है। इस कलश में आम के पत्ते, सिंदूर और स्वस्तिक बनाकर उसे मुख्य दरवाजे या पूजा स्थल पर रखें। ऐसा करने से घर में देवी-देवताओं का आशीर्वाद मिलता है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।

पति-पत्नी का एक साथ प्रवेश

गृह प्रवेश करते समय, पति और पत्नी को एक साथ प्रवेश करना चाहिए। पत्नी को पहले बाएं पैर और पति को दाएं पैर से घर में कदम रखना चाहिए। इससे न केवल घर में प्रेम बढ़ता है, बल्कि गृहस्थ जीवन में भी सुख-शांति बनी रहती है।

घर की शुद्धि आवश्यक

गृह प्रवेश से पहले घर की शुद्धि के लिए गंगाजल का छिड़काव करें। इससे घर के अंदर और आस-पास की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाती है। साथ ही, गृह प्रवेश के दौरान हवन करना भी बेहद शुभ माना जाता है, जो घर में सकारात्मक वाइब्स को लाता है।

Disclaimer : यहां दी गई सारी जानकारी केवल के सामान्य सूचना है। इसे अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। किसी भी सूचना के सत्य और सटीक होने का दावा Ghamasan.com नहीं करता।