Bhadra Rajyog : ज्योतिष में ग्रहों के गोचर का बेहद महत्व है। बुध को ग्रहों का राजकुमार माना जाता है। बुध बुद्धि तर्कशास्त्र के कारक माने जाते हैं। ऐसे में इन्हें मिथुन और कन्या राशि का स्वामी भी कहा जाता है। बुध जब अपनी चाल बदलते हैं तो योग और राजयोग का निर्माण करते हैं।
बुध कई ग्रहों के साथ युति में आने पर यह योग और राजयोग को निर्मित करते हैं। जिसका असर मानव जीवन पर देखा जाता है। बता दे कि राजकुमार बुध वर्तमान में मेष राशि में विराजमान है और 6 जून से अपनी खुद की राशि मिथुन में गोचर करने वाले हैं।

भद्र राजयोग का निर्माण
ऐसे में मिथुन राशि में गोचर कर राजकुमार बुध भद्र राजयोग का निर्माण करेंगे। जिसका असर 22 जून तक रहने वाला है। बुध सिंह राशि में प्रवेश करने के साथ ही इस राजयोग के समापन का कारण बनेंगे। जून में बनने वाले भद्र राजयोग का असर तीन राशियों पर विशेष देखने को मिल सकता है।
इन तीन राशियों को मिलेगा लाभ
राजयोग का असर मिथुन राशि पर रहेगा। शादीशुदा लोगों के जीवन में कई बदलाव देखने को मिलेंगे। साथ ही सोची हुई योजना को नई दिशा मिल सकती है। तरक्की मिलने के साथ ही अविवाहित लोगों के विवाह के प्रस्ताव आ सकते हैं। आकस्मिक धन लाभ होगा। अपने बुद्धि के बल पर आर्थिक योजना को पूरा करेंगे।
कन्या राशि के लिए यह राजयोग काफी लाभकारी साबित हो सकता है। भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा। नौकरी में तरक्की मिलेगी। बेरोजगार लोगों को नौकरी के नए अवसर मिलेंगे। नौकरी पेशा लोगों को इंक्रीमेंट का लाभ मिलेगा। प्रमोशन के आसार बन सकते हैं। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। मीडिया कला से जुड़े लोगों को भी महत्वपूर्ण लाभ मिल सकता है।
तुला राशि के लिए यह राजयोग अनुकूल साबित होने वाला है। प्रतियोगी छात्रों को परीक्षा में सफलता मिलेगी। भौतिक सुख सुविधा में वृद्धि होगी। देश-विदेश की यात्रा कर सकते हैं। भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा। धार्मिक कार्य में रुचि बढ़ाने के साथ ही नौकरी पेशा लोगों के वेतन में वृद्धि के योग हैं।
Note : यहां दी गई जानकारी मान्यताओं और धार्मिक ग्रंथो पर आधारित है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं। किसी भी जानकारी के लिए अपने ज्योतिष आचार्य से संपर्क अवश्य करें।