Numerology: भारतीय संस्कृति कई तरह की परंपराओं, संस्कारों और विद्या से जुड़ी हुई है। जितने भी धर्म और संप्रदाय हैं उनमें अलग-अलग परंपराओं और विद्याओं को खास महत्व दिया गया है। अक्सर लोगों को अपने भविष्य के बारे में जानने के लिए इन विद्याओं का सहारा लेते हुए देखा जाता है। अंक शास्त्र भी एक बहुत प्राचीन विद्या है। जिसमें अंकों के माध्यम से व्यक्ति के जीवन से जुड़े सारे पहलुओं के बारे में जानकारी दी गई है।
जैसा की इसके नाम से ही पता चलता है कि यह पूरी तरह से अंक यानी नंबरों पर आधारित विद्या है। इसे भारतीय संस्कृति में बहुत महत्व दिया गया है। अंक शास्त्र की मानें तो हर अंक का हमारे जीवन में विशेष महत्व है। यह अपने अंदर एक ऊर्जा लिए हुए है जो हमारे जीवन व्यक्तित्व और भविष्य को प्रभावित करती है। चलिए आज आपको अंकों का 9 ग्रहों से संबंध और यह किस ऊर्जा के प्रतीक हैं, इसके बारे में जानकारी देते हैं।
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अंक शास्त्र में नंबर 1 (Numerology)
नंबर एक का संबंध सूर्य ग्रह से बताया गया है। सूर्य सभी ग्रहों का राजा है। यही कारण है कि यह नंबर नेतृत्व, स्वतंत्रता और आत्मविश्वास का प्रतीक है।
अंक 2

नंबर 2 चंद्रमा से संबंध रखता है। चंद्रमा मन का कारक है जो व्यक्ति के जीवन में संतुलन का प्रतीक कहलाता है। यह नंबर संवेदनशीलता और सहयोग की भावना से जुड़ा हुआ है।
अंक 3
नंबर तीन का संबंध गुरु ग्रह यानि बृहस्पति से बताया गया है। यह नंबर क्रिएटिविटी, ऊर्जा और उत्साह का प्रतीक माना जाता है।
अंक 4
इस नंबर का संबंध राहु ग्रह से बताया गया है। राहु एक ऐसा ग्रह है जिसकी बुरी स्थिति व्यक्ति के जीवन में परेशानी ला सकती है। यह नंबर स्थिरता, अनुशासन और कठोर मेहनत का प्रतीक कहलाता है।
अंक 5
पांच नंबर का संबंध अंक शास्त्र में बुध ग्रह से बताया गया है। यह बुद्धिमानी, परिपक्वता, साहस और परिवर्तन का प्रतीक है।
अंक 6
नंबर 6 का संबंध सुख और समृद्धि के ग्रह शुक्र से बताया जाता है। दैत्य गुरु शुक्र परिवार, प्रेम, धन दौलत, तरक्की और बरकत के प्रतीक हैं।
अंक 7
नंबर 7 केतु ग्रह से जुड़ा हुआ माना जाता है। यह नंबर आध्यात्म, ज्ञान और आत्म निरीक्षण का प्रतीक है।
अंक 8
अंक शास्त्र में नंबर 8 का संबंध शनि ग्रह से बताया गया है। यह नंबर अनुशासन, सफलता, धन, शक्ति और न्याय का प्रतीक है।
अंक 9
अंक शास्त्र में नंबर 9 का संबंध मंगल ग्रह से बताया जाता है। अगर व्यक्ति का मंगल मजबूत हो तो जीवन भी मंगलमय रहता है। ये अंक सहानुभूति, समर्पण, मानवता और सकारात्मकता का प्रतीक है।
Disclaimer: यहां दी गई सारी जानकारी केवल के सामान्य सूचना है। इसे अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। किसी भी सूचना के सत्य और सटीक होने का दावा Ghamasan.com नहीं करता।