क़तर देश इस समय तालिबान संगठन से काफी नाराज है. कतर के एक टॉप डिप्लोमैट ने कहा है कि “लड़कियों की शिक्षा को लेकर तालिबान का रवैया बेहद निराश करने वाला है और ये कदम अफगानिस्तान को और पीछे धकेल देगा. उनका ये भी कहना था कि अगर वाकई तालिबान को एक इस्लामिक सिस्टम अपने देश में चलाना है तो तालिबान को कतर से सीखना चाहिए.”
ALSO READ: पत्रकारों का तीर्थ, राजेन्द्र माथुर का बदनावर

कतर के विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल थानी ने एक कॉन्फ्रेंस में यूरोपियन फॉरेन पॉलिसी चीफ जोसेफ बोरेल के साथ बातचीत की और कई मुद्दों सहित अफगानिस्तान में लड़कियों की एजुकेशन पर रोक को निराशाजनक बताया. उन्होंने कहा कि हाल ही में अफगानिस्तान में जिस तरह के कदम उठाए गए हैं, वे दुर्भाग्यपूर्ण हैं. ये देखकर काफी निराशा हुई है कि ये कुछ ऐसे स्टेप्स लिए गए हैं जिससे अफगानिस्तान विकास की राह में काफी पीछे जा सकता है.