बीते दिन देश भर में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर एक बाद फिर से सरकार ने किसानों की बैठक बुलाई गई थी। गृह मंत्री अमित शाह नेतृत्व में यह बैठक करीब 2 घंटे से ज्यादा चली। बुधवार को होने जाने वाली बैठक के पूर्व में किसानों और गृह मंत्री के बीच हुई यह बैठक को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा था। लेकिन हर बार यह बैठक बेनजिता बेनतीजा रही। इस बैठक में भी सरकार ने कानून वापस लेने से माना कर दिया है।
अमित शाह और किसानों के बीच हुई बैठक के बाद किसान नेता हनन मुल्ला के बतया है की बुधवार को सरकार अपना लिखित रूप से प्रस्ताव किसानों देगी। किसान बुधवार को 12 बजे सिंधु बॉर्डर पर बैठक आयोजित करेगी जिस पर सरकारद्वारा दिए गए प्रस्ताव पर सोच विचार होगा एवं आगे की रणनीति बनाई जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि केंद्र के साथ बुधवार को होने वाली छठे दौर की वार्ता भी स्थगित कर दी गई है।
करीब 2 घंटे चली यह बैठक
यह बैठक दिल्ली स्थित ICAR के गेस्ट हाउस में संपन्न हुई। इस बैठक केंद्र का नेतृत्व गृह मंत्री अमित शाह कर रहे थे तो वहीँ किसानों की तरफ से 13 किसान नेता इस बैठक में शामिल हुए थे। इस बैठक के किसान नेता रुदरु सिंह मानसा ने एक बयान दिया और कहा कि हम गृह मंत्री से सिर्फ हां या ना की मांग करेंगे। इस 2 घंटे से लम्बी चली बैठक में सरकार किसानों को लिखित प्रस्ताव देने के लिए राजी हुई है।