प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्टूबर महीने में उज्जैन आ सकते हैं। महाकालेश्वर मंदिर कॉरिडोर का लोकार्पण जल्द ही होने वाला है। बताया जा रहा है कि 8 अक्टूबर को प्रधानमंत्री मंत्री नरेंद्र मोदी उज्जैन में महाकाल कॉरिडोर का उद्घघटना करेंगें। महाकाल मंदिर कॉरिडोर के पहले फेज का काम करीब करीब पूरा हो चुका है। पूर्व में भी लोकार्पण कार्यक्रम को स्थानीय निकाय चुनाव के चलते टाल दिया गया था। लेकिन महाकाल मंदिर विस्तारीकरण योजना पर सरकार ने करीब सात सौ करोड़ रुपए खर्च कर रही हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उज्जैन के दौरे की तैयारियां तेजी से चल रही है। महाकालेश्वर मंदिर समिति के अध्यक्ष और कलेक्टर आशीष सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि महाकालेश्वर मंदिर विस्तारीकरण योजना पूरी हो जाने के बाद पूरे परिसर और आसपास के विकसित होने पर क्षेत्र में करीब एक लाख श्रद्धालुओं की मौजूदगी एक समय में अब रह सकती है। मंदिर में होने वाले बड़े धार्मिक आयोजन के दौरान भी अब भीड़ नियंत्रण करने में कोई परेशानी नहीं होगी। सिंहस्थ 2028 को देखते हुए भी शहर को यह बड़ी सौगात मिली है। अब बाबा महाकाल के दर्शन श्रद्धालु आसानी से कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उज्जैन आने की अभी तारीख अभी औपचारिक रूप से ही तय नहीं हो पाई है, लेकिन अक्टूबर माह के दूसरे सप्ताह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उज्जैन का दौरा कर सकते हैं।
बताया जा रहा है कि इस फैंस में 310 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। विस्तारीकरण के तहत महाकालेश्वर मंदिर को पहले से भी 10 गुना बड़ा कर दिया गया है। पहले महाकालेश्वर मंदिर का परिसर 2 हेक्टेयर के आसपास था, लेकिन अब परिसर 20 हेक्टेयर का हो गया है। पहले चरण में प्रमुख रूप से 920 मीटर का आकर्षक प्रवेश परिसर का निर्माण किया गया है। महाकाल मंदिर परिसर में भगवान शिव के 108 अलग-अलग मुद्राओं में प्रतिमाएं व कॉरिडोर में कई स्तंभ बनाए गए हैं। सबसे खास बात की यहां पर जो भी प्रतिमाएं लगाई गई हैं, उनकी कलाकारी और आकर्षक नक्काशी भी मशहूर कलाकारों के द्वारा की गई है।