आर्टिकल
मीडियामंथन: अनीति, असत्यता, अहंकार, अनियमितता और अनुशासनहीनता के खिलाफ अभियान
निरुक्त भार्गव पत्रकार तीसरे मीडिया या कहें न्यू मीडिया, जिसे आम तौर पर सोशल मीडिया बोला जाता है, ने 20वीं शताब्दी तक स्थापित हो चुके प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक समाचार माध्यमों
मतदाता नईं लै पारव करौंटा, मामा विकास की गारंटी दैरय,तो नाथ कैरय इनने भरोसे कौ गरौ घौंटा
कौशल किशोर चतुर्वेदी इन दिनन चार उपचुनाव वाले क्षेत्र के मतदाताओं की तबियत थोड़ी नरम थोड़ी गरम है। सालों दर्शन न देने वाले नामी-गिरामी, राजा नहीं तो राजा से कम
सुनी-सुनाई : नेताओं को पुत्रों की चिंता!
रवीन्द्र जैन मप्र में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को अपने पुत्रों के भविष्य की चिंता सताने लगी है। प्रदेश में हो रहे उपचुनाव में जिस तरह भाजपा ने खंडवा
असंतोष की आग और सेबोटेज के शोलों के बीच शिव का चुनावी मिशन
राघवेंद्र सिंह दमोह उपचुनाव में भाजपा की करारी शिकस्त, बात पुरानी है लेकिन उसकी चर्चा के बिना मध्य्प्रदेश के उप चुनाव का रण समझ में शायद कम आए। मई के
राज – काज : कमलनाथ का ‘निक्कर’ बना ‘गले की फांस’
दिनेश निगम ‘त्यागी’ – तजुर्बेकार नेता होने के बावजूद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ कई बार ऐसा कुछ बोल जाते हैं, जो विरोधी के लिए संजीवनी बन जाती है, अपने भी
सरकारी नौकरी में इस एजेंट से नहीं बच पाएंगे आप
जैसे दुनिया में इश्क से कोई आज तक बचा नहीं है , वैसे ही सरकारी नौकरी में जिस एक शख्स से आप बच नहीं पाएंगे वो है बीमा एजेंट |अब
अमित शाह को क्यों कहना पड़ा कि मोदी निरंकुश नहीं हैं !
श्रवण गर्ग देश के किसी सरकारी मीडिया उपक्रम से सम्बद्ध कोई पत्रकार ,जो कितना भी अनुभवी या सीनियर क्यों न हो ,क्या इस आशय के सवाल का जवाब एक शक्तिशाली
हमारे भीतर जो एक राक्षस है, आइए पहले उसका दहन करें
जयराम शुक्ल स्कूल के दिनों में फिल्में देखने की लत थी। बुरी इसलिए नहीं कहेंगे कि फिल्में भी एक पाठशाला ही होती हैं। कई बातें जो स्कूल में नहीं सिखाई
माता पहाड़ावाली की भी कुछ सुनिए!
जयराम शुक्ल श्रद्धा और विश्वास पर ढ़ोग-धतूरे का मुलम्मा आखिर किसलिए.? चौतरफा भक्ति भाव का वातावरण है। इन नौ दिनों सभी झंझटों को ताक पर रखकर भक्तगण प्रमुदित, आनंदित रहते
कांग्रेस के दर्द की दवा सिर्फ सोनियाजी के पास है
डॉ. वेदप्रताप वैदिक भारतीय लोकतंत्र के लिए इससे ज्यादा चिंता का विषय क्या हो सकता है कि भारत में कोई सशक्त विरोधी दल नहीं है। इस खाली जगह को कांग्रेस
पर्वसंस्कृति का द्वंद्वात्मक बाजारवाद
जयराम शुक्ल बाजार के ढंग निराले होते हैं। वह हमारी जिंदगी को भी अपने हिसाब से हांकता है। कभी पंडिज्जी लोग तय करते थे कि किस त्योहार को कैसे मनाया
बिग ‘बी’ की ‘कमला पसंद’ से तौबा और गुटखा चिंतन..!
अजय बोकिल ‘सदी के महानायक’ और बीती तथा वर्तमान सदी में भी अपनी सक्रियता से धुआंधार कमाई करने वाले बिग ‘बी’ यानी स्टार अभिनेता अमिताभ बच्चन ने हाल में एक
कुछ लोग चाटुकारिता के लिए टिप्पणी का कर रहे गलत इस्तेमाल – नरेंद्र सलूजा
नरेंद्र सलूजा भोपाल: मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने बताया कि कमलनाथ जी ने आज खंडवा की आमसभा में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष को
मै ख़ुद को ना मामा कहता हूँ, ना किसान का बेटा, मै तो बस आपका सेवक हूँ – पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ
भोपाल : आज खंडवा लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी राजनारायण सिंह के समर्थन में खंडवा में आयोजित एक विशाल जनसभा में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के सम्बोधन के प्रमुख बिंदु —
11 अक्टूबर को अमिताभ बच्चन अपनी जीवन-यात्रा के 80वें पढ़ाव पर चढ़े
महानायक अमिताभ बच्चन 11 अक्टूबर 2021 को अपनी जीवन-यात्रा के 80वें पढ़ाव पर चल दिए. ऐसे समय जब भारतीय फिल्म इंडस्ट्री ने हाल के दौर में दिलीप कुमार जैसे शीर्षस्थ
लोहिया: एक स्मृति की अनुभूति
गांधी के अवसान के उपरांत तीन प्रकार के गांधीवादी उभर कर सामने आये सरकारी गांधीवादी, मठी गांधीवादी, और कुजात गांधीवादी। सरकारी गांधीवादी हर काम में गांधी का नाम लेकर गांधी
“शिव की शक्ति पूजा” का अनुपम उदाहरण हैं प्रदेश की 40 लाख लाड़ली लक्ष्मीं…
कौशल किशोर चतुर्वेदी शक्ति के महापर्व नवरात्रि की नवमी 14 अक्टूबर को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान प्रदेश की 40 लाख लाड़ली लक्ष्मियों से संवाद करेंगे। प्रदेश में लाड़ली लक्ष्मियों की यह
Indore News: जिला मुख्यालय में स्वीकृत किया गया कन्या शिक्षा परिसर, मिलेंगी ये सुविधाएं
इंदौर: इंदौर जनजातीय कार्य विभाग के सहायक आयुक्त ने बताया है कि जिला मुख्यालय में शासन स्तर से नवीन कन्या शिक्षा परिसर स्वीकृत किया गया है जिसके फलस्वरूप इन्दौर नगर
मान्यवर कांशीराम: राजनीति का बेमिसाल रसायनशास्त्री
दिलीप मंडल भारतीय राजनीति में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ. और दूसरी बार ऐसा कब होगा, यह सवाल भविष्य के गर्भ में है. लगभग 50 साल की उम्र में एक
अरुण का ‘त्याग’ या मजबूरी में ‘समर्पण
दिनेश निगम ‘त्यागी’ कांग्रेस नेता अरुण यादव का यह तर्क किसी के गले नहीं उतर रहा कि पारिवारिक कारणों से उन्होंने खंडवा से उप चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया



























