Delhi : दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए औपचारिक घोषणा न होने के बावजूद आम आदमी पार्टी (AAP) ने अपनी सियासी रणनीतियों की शुरुआत कर दी है। सोमवार को पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की, जिसमें दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की सीट को बदलने का निर्णय लिया गया। सिसोदिया अब पटपड़गंज सीट की बजाय जंगपुरा सीट से चुनावी मैदान में उतरेंगे। वहीं, पटपड़गंज सीट से इस बार अवध ओझा को उम्मीदवार बनाया गया है।
सिसोदिया की सीट बदलने के पीछे की वजह
आम आदमी पार्टी के भीतर मनीष सिसोदिया को अरविंद केजरीवाल के बाद सबसे प्रभावशाली नेता माना जाता है। उन्होंने 2013, 2015 और 2020 में पटपड़गंज सीट से लगातार जीत हासिल की थी, लेकिन 2020 में उनकी जीत काफी मुश्किल से हुई थी। बीजेपी के रवींद्र सिंह नेगी से उन्हें कड़ी टक्कर मिली थी और सिर्फ 3500 वोटों से वे जीत पाए थे। इस बार, सिसोदिया ने सीट बदलने का फैसला किया है, ताकि वे किसी प्रकार का राजनीतिक जोखिम न लें।
जंगपुरा सीट को क्यों चुना?
सिसोदिया अब जंगपुरा सीट से चुनाव लड़ेंगे, जो पटपड़गंज से अलग और सिख व मुस्लिम बहुल है। सियासी समीकरण के मुताबिक, जंगपुरा सीट सिसोदिया के लिए अधिक अनुकूल मानी जा रही है। यह सीट उनके लिए पटपड़गंज की तुलना में कम चुनौतीपूर्ण हो सकती है। आम आदमी पार्टी का यह कदम मनीष सिसोदिया को एक सुरक्षित सीट देने का संकेत देता है, ताकि वे पार्टी की जीत में ज्यादा योगदान दे सकें और उनके ऊपर कम दबाव हो।
पटपड़गंज सीट पर अवध ओझा को AAP ने बनाया उम्मीदवार
पटपड़गंज सीट पर मनीष सिसोदिया की जगह अवध ओझा को उम्मीदवार बनाया गया है। ओझा एक प्रसिद्ध शिक्षाविद और मोटिवेशनल स्पीकर हैं, जो कोचिंग क्लासेज और प्रतियोगी परीक्षाओं में मार्गदर्शन देने के लिए जाने जाते हैं। ओझा का गहरा संबंध गुर्जर और ब्राह्मण समुदायों से है, जिनका इस क्षेत्र में प्रभाव है। उनके उम्मीदवार बनने से आम आदमी पार्टी को ब्राह्मण और गुर्जर वोटों का फायदा हो सकता है।
अवध ओझा ने आम आदमी पार्टी से जुड़ते हुए कहा था कि उनका मुख्य उद्देश्य शिक्षा के क्षेत्र में सुधार लाना है। ओझा के अनुसार, शिक्षा समाज के विकास के लिए सबसे महत्वपूर्ण है और राजनीति में आकर वे इस दिशा में काम करना चाहते हैं। पटपड़गंज सीट पर उन्हें खड़ा करने से पार्टी को यह उम्मीद है कि वे शिक्षा के मुद्दे पर वोटर्स से समर्थन जुटा सकेंगे।
सिसोदिया ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए अपनी नई सीट जंगपुरा से चुनाव लड़ने का निर्णय स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि उनका संकल्प पटपड़गंज से लेकर जंगपुरा तक शिक्षा, ईमानदारी और विकास के लिए अडिग रहेगा। वहीं, अवध ओझा ने पटपड़गंज से उम्मीदवार बनने पर आभार व्यक्त किया और इसे अपने लिए एक बड़ा अवसर बताया।