इंदौर। MPPSC के अभ्यर्थियों ने गुरुवार को भी अपना प्रदर्शन जारी रखा। कड़ाके की ठंड में रातभर बैठने के बावजूद, वे गुरुवार को भी मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग के इंदौर कार्यालय के बाहर मौजूद रहे। यह आंदोलन बुधवार से शुरू हुआ था और इंदौर में पिछले 26 घंटे से जारी है। गुरुवार दोपहर भी बड़ी संख्या में अभ्यर्थी इंदौर पहुंचे और नारेबाजी की। रातभर से बैठे छात्रों ने ऐलान किया कि वे अब आमरण अनशन करेंगे और उनका संघर्ष पूरे प्रदेश के छात्रों का समर्थन प्राप्त है।
छात्रों ने किया सुंदर कांड का पाठ, विरोध प्रदर्शन जारी
गुरुवार को पुलिस ने छात्रों को स्पीकर और माइक का इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं दी। पुलिस ने बताया कि आयोग में इंटरव्यू चल रहे हैं, इसलिए स्पीकर का उपयोग नहीं किया जा सकता। छात्रों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। अब छात्र आमरण अनशन की तैयारी कर रहे हैं और सभी कोचिंग संस्थानों से प्रदर्शन में बंद का आह्वान किया है। यह प्रदर्शन नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन के बैनर तले आयोजित किया जा रहा है।
छात्रों ने दोपहर के समय हनुमान जी की तस्वीर स्थापित कर सुंदर कांड का पाठ शुरू किया, जिससे उनका मनोबल और भी बढ़ गया। नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन के पदाधिकारियों ने कहा कि जब तक आयोग की वेबसाइट पर उनकी मांगें दर्ज नहीं की जातीं, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।
रजाई और गद्दे लेकर पहुंचे छात्र, विरोध स्थल पर ही खा रहे खाना
अपनी विभिन्न मांगों को लेकर नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन के बैनर तले एमपीपीएससी के अभ्यर्थी बुधवार सुबह 10 बजे डीडी पार्क में एकत्र हुए। हजारों की संख्या में अभ्यर्थी सड़कों पर उतरे और एमपीपीएससी न्याय यात्रा के रूप में विभिन्न मार्गों से होते हुए मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग के कार्यालय पहुंचे। अभ्यर्थियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए पुलिस ने पहले से ही वहां बैरिकेडिंग कर दी थी।
यूनियन के पदाधिकारियों का कहना था कि आयोग के अधिकारी बाहर आकर उनसे मिलें और उनकी मांगों को लेकर लिखित आश्वासन दें, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। इसके बाद, अभ्यर्थी आयोग के दफ्तर के बाहर सड़कों पर धरने पर बैठ गए। वे रातभर कड़ी ठंड में बाहर बैठे रहे। बड़ी संख्या में अभ्यर्थी आयोग कार्यालय के बाहर डटे हुए हैं, और उन्होंने रजाई-गद्दे वहीं लगवा लिए हैं। खाने की व्यवस्था भी वहीं की गई है, और छात्र अपने घरों से भोजन बनाकर लाकर अपने साथियों को प्रदान कर रहे हैं।
इन मांगों के लिए कर रहे प्रदर्शन
- 2019 में आयोजित मुख्य परीक्षा (Mains) की कॉपियां प्रकाशित की जाएं और मार्क शीट जारी की जाए।
- MPPSC 2025 में राज्य सेवा के लिए 700 और वन सेवा के लिए 100 पदों के साथ नोटिफिकेशन जारी किया जाए।
- 2023 राज्य सेवा मुख्य परीक्षा का परिणाम जल्द जारी किया जाए।
- 87/13 फार्मूला को समाप्त करके सभी परिणाम 100 प्रतिशत के आधार पर जारी किए जाएं।
MPPSC भर्ती प्रक्रिया में लाए गए नए सुधार
प्रारंभिक परीक्षा में UPSC की तर्ज पर एक भी गलत प्रश्न न पूछा जाए, और नेगेटिव मार्किंग की व्यवस्था लागू की जाए। मुख्य परीक्षा की कॉपियों की जांच CGPSC की तरह की जाए। इंटरव्यू के अंक कम किए जाएं और कैटेगरी और सरनेम के बिना वीडियो रिकॉर्डिंग के साथ इंटरव्यू आयोजित किया जाए।