नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 16वें प्रवासी भारतीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि आज नई पीढ़ी भले ही जड़ों से दूर हो गई हो, लेकिन उनका जुड़ाव भारत से बढ़ा है। उन्होंने कहा कि, इस बार कोरोना काल में भारत के लोगों ने शानदार काम किया है और ये लोग आस पास के लोगों के प्रति मददगार दिखे। इस दौरान भारत के लोगों ने सेवा भाव का परिचय दिया है। आपको बता दे कि, इस बार प्रवासी भारतीय दिवस का विषय आत्मनिर्भर भारत है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, दुनिया गवाह है कि जब भी भारत के सामर्थ्य को सवालिया निशानों से देखा गया है तो हर बार भारतीयों ने इसे गलत साबित किया है। जब भारत पराधीन था तो यूरोप में लोग कहते थे कि भारत आजाद नहीं हो सकेगा। लेकिन भारतीयों ने इसे गलत साबित कर दिया। जब भारत आजाद हो गया तो पश्चिम के लोग कहते थे कि इतना गरीब देश एक साथ नहीं रह पाएगा, यहां लोकतंत्र का प्रयोग सफल नहीं हो पाएगा, लेकिन भारत ने इसे भी गलत साबित कर दिया। साथ ही पीएम मोदी ने प्रवासी भारतीयों से कहा कि, आज भारत का लोकतंत्र सबसे सफल, सबसे जीवंत है। पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत का लोकतंत्र दुनिया में उदाहरण बन गया है।
उन्होंने सम्बोधन में आगे कहा कि, भारत ने शांति का समय हो या संघर्ष का, भारतीयों ने डट कर मुकाबला किया है। औपनिवेशिक चुनौती से लेकर आंतकवाद तक हर मोर्चे पर भारत ने दृढ़ता से कार्य किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि, बीते वर्ष में प्रवासी भारतीयों ने हर क्षेत्र में अपनी पहचान को मजबूत किया है। विभिन्न देशों के राज्य प्रमुख यह बताते हैं कि वहां रहने वाले प्रवासी भारतीयों ने कठिन समय में कितना बेहतरीन काम किया है।
पीएम मोदी ने वैक्सीन के संबंध में कहा कि, आज भारत के वैक्सीन का इंतजार सबको है। पीएम ने कहा कि, भारत के सामर्थ्य का लाभ सभी को मिलता है। उन्होंने कहा कि, भारत में ही बने दो वैक्सीन के साथ भारत मानवता के हित में कार्य करने हेतु तैयार है। साथ ही उन्होंने कहा कि, कोरोना वायरस के समय में भी कई नए टेक स्टार्टअप्स भारत से ही निकल कर आए हैं। भारत ने एक बार फिर अपने सामर्थ्य का परिचय दे दिया।
साथ ही उन्होंने भारत निर्माण में प्रवासी भारतीयों के योगदान को याद करते हुए कहा कि, आज पूरी दुनिया को अगर भारत पर इतना विश्वास है तो इसका कारण आप प्रवासी भारतीय भी हैं। पीएम मोदी ने कहा कि, आप जहां भी गए आपने भारतीयता का प्रसार किया है। उन्होंने कहा कि, भारत सरकार हर समय, हर पल आपके साथ खड़ी है। कोरोना काल में वंदे भारत मिशन के तहत 45 लाख भारतीयों को मदद पहुंचाई गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, यहां से अब हम आजादी के 75वें साल की तरफ आगे बढ़ रहे है। मेरा आग्रह है कि आजादी के आंदोलन में भाग लेने वाले प्रवासी भारतीयों की जीवन गाथा से संपूर्ण परिचय हेतु डिजिटल पोर्टल निर्मित किए जाएं, यह हमारी आने वाली पीढ़ी को प्रेरित करेंगे।
बता दे कि, उद्घाटन सत्र में सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी ने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम को संबोधित किया।