हिन्दू धर्म लिए किसी भी दिन स्नान करना साधारण सी बात है लेकिन शास्त्रों में इसका बेहद खास महत्व बताया गया है। स्नान से जुड़ी बहुत सी ऐसी बाते हैं जो शुभ और अशुभ दोनों फल लिए होती हैं लेकिन हमें इनके बारे में ज़रा भी ज्ञात नहीं हैं। औरतें किसी भी समय अपनें बाल धो लेती हैं लेकिन शास्त्र में अनुसार ये अशुभ हो सकता है। हिन्दू शास्त्रों में कहा गया है कि सुहागिन महिलाओं को कुछ खास दिनों में ही सिर धोने से बचना चाहिए. बाल धोने के लिए वर्जित बताए गए इन दिनों में बाल धुलने के कई नुकसान हैं जो कि महिला सहित पूरे परिवार को भुगतने पड़ते हैं. जैसे- आर्थिक तंगी, धन का अभाव, तरक्की में बाधाएं आना आदि.
स्नान को हम बेहद सरल काम समझते हैं। इसलिए लोग किसी भी वक्त पर स्नान कर लेते हैं। लेकिन शास्त्रों के मुताबिक स्नान को सबसे ज्यादा महत्व दिया गया है। क्योंकि स्नान करने के बाद ही हमारे शरीर का शुद्धीकरण होता है और जब तक शरीर शुद्ध नहीं हो तब तक कोई काम नहीं करना चाहिए। शास्त्रों में स्नान करने के कई रूल्स बताए गए हैं और स्नान शास्त्रों की विधि से किया जाए तो हमें कई लाभ भी मिलते हैं। वहीं आपने देखा होगा कि कई महिलाएं किसी भी दिन अपने केश धो लेती हैं, जो कि बिल्कुल गलत है। चलिए जानते हैं शास्त्रों के मुताबिक स्नान करने के कई नियम बताएं गए हैं और स्त्रियों को किस दिन अपने बाल नहीं धोने चाहिए। ये भी बताया गया हैं।
विवाहित स्त्रियों को एकादशी, अमावस्या और पूर्णिमा के दिन अपने केश नहीं धोने चाहिए। वहीं किसी भी त्यौहार या फेस्टिवल पर बाल नहीं धोने चाहिए। इसलिए महिलाओं को एक दिन पहले अपने केश धो लेने चाहिए। वहीं यदि स्त्री एकादशी, अमावस्या और पूर्णिमा के दिन केश धोती हैं, तो उनके जीवन में दरिद्रता छा सकती है। साथ ही मां लक्ष्मी इससे नाराज़ हो सकती हैं। साथ ही घर परिवार में अशांति उत्पन्न हो सकती है। क्योंकि अमावस्या और पूर्णिमा के दिन चंद्रमा उच्च या नीच स्थिति में होते हैं। इसी के साथ शास्त्र में ऐसा भी कहा गया हैं की महिलाएं सोमवार के दिन अपने केश धो सकती हैं।
वहीं इसी के साथ मंगलवार के दिन विवाहित महिलाओं को अपने केश नहीं धोने चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से आपको आर्थिक समस्याएं हो सकती है। साथ ही दांपत्य जीवन में कठिनाएं आ सकती हैं। बुधवार के दिन सुहागिन स्त्रियां अपने केश धो सकती हैं। वहीं गुरुवार के दिन स्त्रियों समेत पुरुषों को भी अपने बाल नहीं धोने चाहिए। गुरुवार को बाल धोने से घर में दरिद्रता का वास रहता है जिससे नाराज होकर मां लक्ष्मी कभी भी ऐसे घर में नहीं रहती हैं।
साथ ही महिलाएं यदि गुरूवार के दिन बाल धोती हैं, तो उनके पति की आयु कम हो सकती है। वहीं यदि किसी परिस्थिति वश अपने बाल धोने पड़े तो आपको बालों पर पिसी हुई हल्दी लगानी चाहिए। वहीं महिलाएं शुक्रवार के दिन बाल धो सकती हैं। साथ ही शनिवार के दिन स्त्रियों को अपने केश नहीं धोने चाहिए। ऐसा करने से शनि देव रुष्ट हो सकते हैं। इसके अतिरिक्त गुरुवार को नाखून काटना भी धन हानि का संकेत हैं। इससे घर की आर्थिक स्थिति कमजोर होती है और धन का अभाव रहने लगता है।वैसे तो रविवार के दिन भी सुहागिन महिलाओं का बाल धोना अच्छा नहीं माना जाता है।