विगत दिनों पूर्व कथावाचक धीरेंद्र कृष्ण गर्ग द्वारा जानबूझकर भगवान सहस्त्रबाहु जी व हैहय वंश पर कथा वाचन करते हुए अपमानजनक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया फेसबुक में अपलोड कर सोशल मीडिया में प्रचारित व प्रसारित कर धार्मिक भावनाएं भड़का कर है क्षत्रिय कलचुरी समाज के प्रति अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल करते हुए जानबूझ कर मिथ्या कथन कह कर लोक शांति भंग किए जाने के कारण अपराध पंजीबद्ध कर कार्यवाही किए जाने हेतु कलार समाज व ओबीसी महासंघ ने निम्न मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन
1. यह कि हैहय वंश का एक बहुत बड़ा समाज विभिन्न उपवर्गों के रूप में संपूर्ण भारत वर्ष सहित विश्व के कई देशों में लगभग 15 करोड़ से अधिक की आबादी में निवासरत हैं। जो भगवान सहस्त्रबाहु के प्रति आस्था एवं विश्वास रखते हुए अपने समाज के आराध्यदेव, इष्टदेव भगवान सहस्त्रबाहु जी की पूजा अर्चना कई पीढ़ियों से करते चले आ रहे हैं।
2. यह कि धीरेंद्र कृष्ण गर्ग एक कथावाचक है जिसकी कथा वाचन का प्रचार प्रसार टेलीविजन तथा सोशल मीडिया के माध्यम से किया जाता है जिसकी कथा आम जनता भी ब्यक्तिगत रूप से सुनती है। कथा वाचक द्वारा जानबूझकर मिथ्या कथा का वाचन कर वीडियो बनाकर उसका प्रचार-प्रसार टेलीविजन व सोशल मीडिया के माध्यम से करते हुए धार्मिक आस्था का अपमान कर लोक शांति भंग करने का प्रयास किया गया है जिस कारण दाण्डिक कार्यवाही हेतु धीरेन्द्र कृष्ण गर्ग दायित्वाधीन है।
3. यह की धीरेन्द्र कृष्ण गर्ग द्वारा हैहय क्षत्रिय कलचुरी समाज और उनके इष्टदेव भगवान सहस्त्रबाहु के प्रति अपमानजनक एवं निंदनीय तथा धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाला प्रवचन कहा गया है, तथा उक्त प्रवचन का वीडियो रिकार्डिंग करके सोशल मीडिया फ़ेसबुक के माध्यम से प्रचारित व प्रसारित किया गया है। उक्त मिथ्या कथन मान हानिकारक, अपमानजनक व धार्मिक भावनाओं को भड़काने के उद्देश्य तथा समाज में विद्वेष फैलाने वाला मान हानिकारक कथन करते हुए लोग शांति भंग करने के उद्देश्य से किया गया है। ऐसा मिथ्या कथन समाज के विभिन्न वर्गों में सत्रुता, घृणा व वैमनस्यता पैदा हो इस कारण ऐसी जनश्रुति की गई और उसका वीडियो रिकार्डिंग बनवाकर सोशल मीडिया में वीडियो प्रचारित प्रसारित किया गया जिसे सिंगरौली जिला सहित संपूर्ण मध्यप्रदेशएवं संपूर्ण भारत और दुनिया ने देखा व सुना है।
जिसके कारण हैहय क्षत्रिय कलचुरी समाज के प्रत्येक व्यक्ति के मन में कथावाचक धीरेंद्र कृष्ण गर्ग के प्रति घृणा पैदा हो गई है तथा समाज के लोग अपमानित व दुखी हैं।धीरेंद्र कृष्ण गर्ग द्वारा सम्पूर्ण हैहयवंशी व कलचुरि समाज के धर्म का अपमान करने तथा इष्ट देव भगवान सहस्त्रबाहु जी की प्रतिष्ठा, पवित्रता तथा ख्याति को जानबूझकर नुकसान पहुंचाने का काम किया गया है। जिस कारण कथावाचक धीरेन्द्र कृष्णा गर्ग के ऊपर दंडात्मक कार्यवाही किया जाना न्यायोचित है। विदित है कि मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ शासन तथा अन्य कई प्रदेशों में भगवान सहस्त्रबहु को भगवान मानकर उनके जन्मदिन कार्तिक शुक्ल पक्ष सप्तमी को शासकीय कार्यालयों में कार्यरत कर्मचारियों हेतु एच्छिक अवकाश घोषित किया गया है। शासन द्वारा घोषित भगवान को अपमानित करना भी दण्डनीय अपराध है।
ओबीसी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील जायसवाल जी ने कहा कि सम्पूर्ण ओबीसी समाज, हैहयवंशी व कलचुरि समाज के धार्मिक आस्था एवं विश्वास के प्रतीक भगवान सहस्त्रबाहु जी का अपमान करने वाले कथावाचक धीरेंद्र कृष्ण गर्ग के विरुद्ध भारतीय दंड संहिता की धारा 295(क), 500, 504, 505 तथा सूचना (आई0टी0एक्ट) के तहत प्रकरण दर्ज किया जाकर उचित कार्यवाही करने का कष्ट करें। यदि इनके ऊपर कठोर कार्यवाही नहीं की जाती तो भगवान सहस्त्रबाहु के माननेवाले हैहय क्षत्रिय समाज सहित सभी क्षत्रिय समाज व ओबीसी महासंघ उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे जिसमें अगर किसी भी प्रकार के जान – माल का नुकसान होगा तो उसकी सम्पूर्ण जवाबदेही शासन – प्रशासन की होगी ।
ये रहे उपस्थित ओबीसी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील जायसवाल समेत राहुल,ललित,रामजी,श्यामसुंदर,अम्बिका,कमलेश्वर,विजय सहित सैकड़ों कार्यकर्ता रहे उपस्थित।
Source : PR