ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजू जनता दल (भाजपा) के अध्यक्ष नवीन पटनायक ने अपनी पार्टी के नौ राज्यसभा सांसदों से संसद के ऊपरी सदन में “जीवंत और मजबूत” विपक्ष के रूप में उभरने को कहा है। यह संदेश सोमवार को पटनायक और सांसदों के बीच हुई बैठक में दिया गया। उन्होंने सांसदों से राज्य के हितों से जुड़े मुद्दों को उचित तरीके से उठाने को कहा।
BJD के राज्यसभा सांसद सस्मित पात्रा ने संवाददाताओं से कहा, “इस बार BJD सांसद केवल मुद्दों पर बोलने तक ही सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि अगर केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ओडिशा के हितों की अनदेखी करती है, तो वे आंदोलन करने के लिए दृढ़ संकल्प हैं। उन्होंने कहा कि ओडिशा को विशेष दर्जा देने की मांग उठाने के अलावा BJD सांसद राज्य में खराब मोबाइल कनेक्टिविटी और बैंक शाखाओं की कम संख्या के मुद्दे भी उठाएंगे।
पात्रा ने कहा, ‘कोयला रॉयल्टी में संशोधन की ओडिशा की मांग को केंद्र ने पिछले 10 वर्षों से नजरअंदाज किया है। इससे राज्य के लोगों को बहुत नुकसान हो रहा है, जो अपने वाजिब हिस्से से वंचित हैं। ‘यह पूछे जाने पर कि क्या BJD भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार को मुद्दा आधारित समर्थन देने के अपने पहले के रुख पर कायम रहेगी, उन्होंने कहा अब भाजपा को समर्थन नहीं । हम ओडिशा के हितों की रक्षा के लिए कुछ भी करने को तैयार है ।उन्होंने कहा, बीजेपी को समर्थ का किसी प्रकार का कोई सवाल नहीं हो सकता। BJD अध्यक्ष ने हमसे कहा कि यदि NDA सरकार ओडिशा की वास्तविक मांगों को नजरअंदाज करती रही, तो हमें एक मजबूत और जीवंत विपक्ष के रूप में कार्य करना चाहिए।
ओडिशा विधानसभा चुनावों में नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली BJD को BJD के हाथों सत्ता गंवानी पड़ी। 1997 में इसके गठन के बाद पहली बार यह लोकसभा चुनाव में कोई भी सीट जीतने में विफल रही। अतीत में, BJD ने न केवल संसद में प्रमुख विधेयकों और मुद्दों पर भाजपा का समर्थन किया है, बल्कि इसने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को 2019 और 2024 में राज्यसभा के लिए चुने जाने में भी मदद की है।