इन 4 परिस्थितियों में कभी भूलकर भी न खाएं पपीता, सेहत को हो सकते है ये बड़े नुकसान

Simran Vaidya
Published on:

पपीता खाना हेल्थ के लिए काफी अच्छा माना जाता है। इसमें मैग्नीशियम, फाइबर, विटामिन, फाइबर जैसे कई पोषक तत्व मौजूद रहते हैं, जो बॉडी की इम्यूनिटी पावर बढ़ाने के साथ ही कई बीमारियों से लड़ने में भी सहायता प्रदान करते हैं। इसके सेवन से बॉडी का वजन नियंत्रण में रहता है और दिल सही ढंग से काम करता है। पेट के पाचन तंत्र को को भी तंदुरुस्त रखने में भी इसका कोई तोड़ नहीं हैं। इतना फायदेमंद फल होने के बावजूद कुछ कंडीशन में पपीता खाना हेल्थ को काफी नुकसान भी पहुंचा सकता है। आइए जानते हैं कि किन लोगों को पपीता बिल्कुल नहीं खाना चाहिए।

Papaya Side Effects: इन 4 स्थितियों में भूलकर भी न खाएं पपीता, सेहत को पड़ सकता है भारी; बॉडी से होने लगेगी ब्लीडिंग

पपीते के साइड इफेक्ट्स (Papeeta Khane ke Nuksan)

लो शुगर लेवल

जिन लोगों का शुगर लेवल लो रहता है, उन्हें पपीते (Papaya Side Effects) का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से आपकी परेशानी काफी हद तक बढ़ सकती है। जो लोग डायबिटीज के पेशेंट्स हैं, उन्हें भी डॉक्टर के परामर्श के बिना इसका सेवन नहीं करना चाहिए।

Also Read – Holi 2023 : बरसाने में शुरू हुआ 40 दिन का रंगोत्सव, कान्हा की नगरी ब्रज में इस दिन खेली जाएगी होली, देखें पूरी लिस्ट

प्रेग्नेंसी की स्थिति में

गर्भावस्था के फेज में पपीता खाना आपके लिए काफी नुकसानदेह साबित हो सकता हैं। (Papeeta Khane ke Nuksan) इसमें उपस्थित पेपेन बॉडी में कोशिका झिल्ली को हार्म पहुंचा सकता है। यह झिल्ली भ्रूण में पल रहे बच्चे के विकास के लिए बहुत आवश्यक होती है। यही वजह है कि गर्भवती महिलाओं को पपीता न खाने की सलाह दी जाती है।

स्किन एलर्जी

जिन लोगों को किसी भी प्रकार की स्किन एलर्जी हो, उन्हें पपीता (Papaya Side Effects) खाने से परहेज करना चाहिए। इसका सेवन करने से बॉडी पर लाल रंग के चकत्ते होने, सिरदर्द, चक्कर और सूजन आ सकती है। जिन लोगों को लेटेक्स से एलर्जी है, उन्हें भी पपीता खाने से बचना चाहिए।

पपीते के बाद दवा खाना

कुछ लोग पपीता (Papeeta Khane ke Nuksan) खाने के तुरंत बाद ही दवा खाने की गलती कर बैठते हैं। ऐसा करना सेहत के लिए काफी नुकसानदायक हो सकता है। दरअसल पपीते और दवाओं का कॉकटेल मिलकर बॉडी में खून को पतला बना देता है। जिससे बॉडी से ब्लीडिंग का खतरा बन जाता है। लिहाजा ऐसा नहीं करना चाहिए।