ब्रिटेन की मीडिया कंपनी बीबीसी ( ब्रिटिश ब्रॉडकॉटिंग कारपोरेशन ) की प्रधानमंत्री मोदी पर बनाई डाक्यूमेंट्री के खिलाफ महाराष्ट्र विधानसभा में एक बिल पारित हुआ है। दरअसल, बीबीसी ने अपनी डाक्यूमेंट्री में 2002 के गुजरात दंगो और उस दौरान हुयी हिंसा जिस समय गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी रहे इसका जिक्र किया है। यह घटना को लगभग 20-21 साल हो गए है।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, गुजरात दंगो पर आधारित डॉक्यूमेमेंटरी द मोदी क्वेश्चन के खिलाफ कई राज्यों के बाद अब महाराष्ट्र की विधानसभा ने भी शनिवार को इस डाक्यूमेंट्री के खिलाफ प्रस्ताव ला दिया है। इस प्रस्ताव में बीबीसी की नरेंद्र मोदी पर सवाल उठाने पर बुराई की गयी है। इस डॉक्यूमेंटरी को इतना कड़ा विरोध इसलिए भी झेलना पढ़ रहा है क्योकि, अभी केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार है। वहीं, महाराष्ट्र में शिंदे की शिवसेना और भाजपा के गठबन्दन के कारण यहाँ भी उस डाक्यूमेंट्री का जमकर विरोध किया गया है।
Also Read- अमृतपाल की तलाश कर रही पंजाब पुलिस ने इंदौर से सुक्खा नाम के शख्स को किया गिरफ्तार
पहले भी विरोधो का सामना कर चुकी है
आपको बता दें , कि महाराष्ट्र इस डाक्यूमेंट्री के खिलाफ निंदा का यह बिल पास करने वाला देश का तीसरा राज्य है। इससे पहले भी गुजरात और मध्यप्रदेश सरकार ने अपने अपने राज्यों में इस मामले में बिल पास करते नज़र आयी है। गुजरात सर्कार ने सबसे पहले 10 मार्च को इस बीबीसी की डाक्यूमेंट्री के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया था।
मध्यप्रदेश विधानसभा में भी बीबीसी की इस डाक्यूमेंट्री के खिलाफ प्रस्ताव पेश किया गया। इस प्रस्ताव को शैलेन्द्र जैन BJP विधायक ने पेश किया था। इस प्रस्ताव की पेशकश के दौरान मध्यप्रदेश के मुखिया CM शिवराज सिंह चौहान ने भी कहा था कि यह पीएम मोदी पर बानी डाक्यूमेंट्री देश की सम्प्रभुता पर हमला है। उन्होने आगे कहा था कि इस डॉक्यूमेण्ट्री से भारत को बदनाम किया जा रहा है। इसलिए इस डॉक्यूमेंट्री पर जमकर विरोध किया जा रहा है और कड़ी कार्रवाई हो रही है।