MP Weather: MP के कई क्षेत्रों में वर्षा का सिलसिला जारी है। तो कहीं-कहीं ओले गिरने से फसलों को भी काफी नुकसान हुआ है। सोमवार शाम ग्वालियर, दतिया, मुरैना और श्योपुर जिले के कई हिस्सों में तेज वर्षा हुई है। वहीं गुना और रतलाम के कई इलाकों में ओलावृष्टि हुई। जबकि भोपाल, खंडवा, नर्मदापुरम और सागर में मेघ डेरा डाले रहें। यहां शीतलहर चलने से लोग कांपते हुए नजर आए।
इससे पूर्व ग्वालियर में सोमवार को भी वर्षा हुई। इंदौर में भी मंगलवार देर रात कहीं-कहीं बूंदाबांदी हुई। गुना के मधुसूदनगढ़ इलाके की गादेर पंचायत में ओले भी गिरे। रतलाम में जावरा के झालवा गांव में भी ओले गिरे। मौसम विभाग के अनुसार 1 फरवरी तक इसी प्रकार का वेदर बना रहेगा। 3 फरवरी से न्यूनतम टेंपरेचर में भारी गिरावट होगी।
मध्यप्रदेश में फिलहाल कंपकंपी वाली सर्दी नहीं पड़ रही है। खंडवा – मंडला में दिन का पारा 32 डिग्री के पार पहुंच चुका है। नर्मदापुरम, खरगोन, दमोह, उमरिया में टेंपरेचर 30 डिग्री से अधिक है। कई शहरों में रात्रि का पारा 14 डिग्री से अधिक है। लेकिन, दो दिन बाद पारे में गिरावट आ सकती है। जिससे सर्दी और भी बढ़ जाएगी।
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मौसम विभाग ने जताया था बरसात का अनुमान
मौसम विभाग ने सोमवार को ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, दतिया, मुरैना और भिंड में कहीं-कहीं स्थानों पर हल्की बरसात के चांसेस जताए थे। इनके अतिरिक्त अलीराजपुर, झाबुआ, मंदसौर, नीमच, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में भी बरसात की आशंका जताई जा रही हैं। नीमच और मंदसौर जिले के कई क्षेत्रों में सोमवार रात को हलकी वर्षा हुई। कई इलाकों में ओले भी गिरे।
सबसे कम टेम्परेचर रीवा, सबसे अधिक नर्मदापुरम में
मध्यप्रदेश में सोमवार रात सबसे कम टेंपरेचर रीवा में रहा। यहां पारा 9 डिग्री रिकॉर्ड हुआ है। प्रदेश के बाकी जिलों में न्यूनतम टेंपरेचर10 डिग्री से अधिक है। प्रदेश में रविवार रात को सबसे अधिक पारा नर्मदापुरम में 18 डिग्री रहा।
2 फरवरी से बनेगा नया सिस्टम
मौसम विभाग के मुताबिक, 2 फरवरी से नया सिस्टम बन रहा है। इससे अगले वेस्टर्न डिस्टरबेंस के प्रबल होने की आशंका बनी हुई है। वेस्टर्न डिस्टरबेंस मध्य क्षोभमंडल की पछुवा हवाओं के मध्य ट्रफ के रूप में एक्टिव है।
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अभी तापमान में बढ़ोतरी, दो दिन बाद गिरेगा पारा
बीते दो दिन से दिन-रात के टेंपरेचर में वृद्धि दर्ज की गई है। सोमवार में दिन के टेंपरेचर की अगर बात करें, तो खंडवा और मंडला में टेंपरेचर 32 डिग्री के पार पहुंच गया है। नर्मदापुरम, खरगोन, दमोह और उमरिया में भी दिन में गर्माहट रही। वहीं, रात में नर्मदापुरम का टेंपरेचर 16.6 डिग्री पर पहुंच गया है। इंदौर में 15.6, बैतूल में 14.8, धार में 13.9, उज्जैन में 14.6, मंडला में 13, सागर में 13.4, सिवनी में 14.8 डिग्री सेल्सियस तक पारा पहुंच चुका है। मौसम विभाग के मुताबिक 30 और 31 जनवरी को टेंपरेचर में गिरावट दर्ज की जाएगी। जिससे सर्दी का प्रभाव और बढ़ जाएगा। 18 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से सर्द तेज हवाएं भी चलेंगी।
भोपाल में 2018 के बाद इस जनवरी का आखिरी हफ्ता सबसे गर्म
वेस्टर्न डिस्टरबेंस ने भोपाल में जनवरी की सर्दी का ट्रेंड डिस्टर्ब कर दिया है। यही कारण है कि 2018 के बाद दूसरी बार भोपाल में जनवरी का लास्ट हफ्ता सबसे गर्म रहा। बीते 6 दिन से न्यूनतम टेंपरेचर 15 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहा। वेस्टर्न डिस्टरबेंस के अधिक स्ट्रॉन्ग सिस्टम नहीं बनाने के कारण मौसम में यह परिवर्तन हुआ है। मौसम एक्सपर्ट्स एचएस पांडे ने बताया कि वर्षा के लिए जैसे बंगाल की खाड़ी और अरब सागर की खाड़ी में बनने वाले साइक्लोन जरूरी होते हैं, वैसे सर्दी के लिए वेस्टर्न डिस्टरबेंस का मजबूत होना जरूरी है। दिसंबर और जनवरी में 12 वेस्टर्न डिस्टरबेंस आते हैं। इनमें से 4 बेहद मजबूत होते हैं।
इंदौर में देर रात कहीं-कहीं हल्की वर्षा हुई
इंदौर में दो दिन में ही वेदर पूरी तरह परिवर्तित हो गया है। 26 और 27 जनवरी के दिन-रात हाड़ कंपाने वाले रहने के बाद 28 और 29 जनवरी को ऐसे एहसास हुआ, जैसे गर्मी के दिन शुरू हो गए हैं। सोमवार को भी दिनभर तेज हवा चलती रही। जिसकी गति 10 किमी प्रति घंटा तक रही, लेकिन सर्दी का एहसास कुछ ज्यादा नहीं था। जिसके पीछे का कारण ये है कि हवा की दिशा चेंज गई है। दक्षिण, पश्चिम हवा चली, जिससे हल्का गर्म महसूस हो रहा था। वहीं, सोमवार देर रात कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी भी हुई।
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